राजेश शुक्ला। अनूपपुर जिले के राजेन्द्र ग्राम से उडीसा गये चार जवान युवक गांजे के व्यापर में मौत घाट उतर गये ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है। जिनकी नृशंस हत्या उडीसा राज्य के कोरापुट जिले के नवापुट गांव के लोगो ने कर दी। सरे राह पीट पीट कर इनकी जहां हत्या की गई वही इनके सफारी वाहन को जला दिया गया। इस घटना से राजेन्द्र ग्राम सहित समूचे संभाग कें गांजा तस्करो में भय व्याप्त है। इस पूरे मामले में घटना क्षेत्र के सदर पुलिस स्टेशन इंर्चाज गोविंद ने इनकी हत्या, चोरी करने के आरोप में होना बता रहे है।
मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के निवासी चार युवकों को 9 अप्रैल को उडीसा के कोरापुट जिले के नवापुट गांव के लोगो ने लाठी से पीट पीट कर सरे राह हत्या कर दी वही इनकी नई सफारी वाहन को भी जला डाला। लोगो का आरोप था कि ये युवक बच्चे चोरी करने आये थे। इस दर्दनाक घटना पर नवापुुट गांव के 16 लोगो को जहां आरोपी बनाया है वही 85 लोगो को आगे आरोपी बनाये जाने की बात सदर पुलिस स्टेशन के प्रभारी गोविंद ने कही है।
हत्या कर दिये गये युवको की शिनाख्त राकेश जयसवाल पकरी टोला, उमेश यादव नवगवां, आनंद श्याम करपा तथा रामू चौधरी पिपरहा के रूप मे की गई है। सदर पुलिस स्टेशन नेें अपराध क्र. ८२/१५ में उक्त मामले को पंजीबद्ध कर १९ आरोपियो के विरूद्ध धारा १४७, १४८, ३०२ एवं १४९ आईपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
जानकारी के मुताबिक अनूपपुर से सोल्ड सफारी का मालिक राकेश जयसवाल के साथ उक्त तीनो युवक उडीसा के कोरापुट जिले के नवापुट गांव पहुचे थे जहां यह घटना घट गई थी। यहां के ग्रामीणो ने इनके ऊपर बच्चा चोरी का आरोप लगा कर इन्हे पीट पीट कर मौत के घाट उतारा वही इनकी सोल्ड सफारी वाहन को भी जला कर सुपुर्दे खाख कर दिया। इस पूरे मामले में सदर पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी गोविंद ने बताया कि घटना दिनांक ९ अपै्रल की है नवापुट गांव के लोगो ने बच्चा चोरी करने का आरोप मृतको के ऊपर लगाया है मामले को पंजीबद्ध कर अभी तक १९ बनाये गये है, जांच में लगभग ८५ आरोपी और हो सकते है। समाचार लिखे जाने तक जानकारी प्राप्त हो रही है कि मृतक युवको के परिजन वहां पहुच चुके है। इधर थाना प्रभारी हरिशंकर शुक्ला ने बताया कि यह युवक घटना दिनांक के ७ दिन पूर्व यहां से निकले थे।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि इन चारो युवको की हत्या गांजा के व्यापार में संलिप्त होने के कारण हुई है। इनके द्वारा उडीसा से गांजा लाया जाता अन्य प्रांतो में ऊचे दामो में बेचा जाता था। खबर सुन कर क्षेत्र में अलग अलग तरह की चर्चाये व्याप्त है। कहा जा रहा है कि बच्चा चोरी करने उडीसा जाना वह भी बिना नंबर की वाहन से बात कुछ गले नही उतर रही है। यहां तक की यह भी जनचर्चा है कि सदर पुलिस स्टेशन द्वारा की गई कार्यवाही संदिग्ध है। मामले के संबंध में विश्वस्त सूत्रो ने बताया कि ये युवक गांजा खरीदने गये थे और इनकी बातचीत वही के गांजा व्यापारी से हुई थी।

