नई दिल्ली। बारिश से तबाह किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने का एेलान किया है। मुआवजे का निर्धारण सरकारी बाबू के बजाय स्थानीय विधायक की उपस्थिति में गांव की पंचायत करेगी। किसानों की समस्याओं के निदान के लिए शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की समाधि के पास आयोजित सहयोग रैली के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने फसल तबाह होने पर प्रति एकड़ बीस हजार रुपए मुआवजा राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा किसानों को दी जाने वाली खाद और बीज पर भी सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए ट्यूबवेल लाइसेंस भी दिया जाएगा।
"हमारे खिलाफ रची जा रही साजिश'
आम आदमी पार्टी में चल रही उठा-पटक के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक बार फिर सहानुभूति कार्ड खेला। अरविंद केजरीवाल ने सहयोग रैली में कहा कि हमारे साथ ऊपर वाला है, डरने की कोई बात नहीं, जनता हमारे साथ है। हमें बदनाम करने की साजिश चल रही है। पूरे देश के लोग दिल्ली सरकार के काम को देख रहे हैं। उन्होंने वायदा किया कि वह अगले पांच सालों में सारे वायदे पूरे करेंगे।
साहिब सिंह के बहाने पहुंचेंगे किसानों के करीब
दिल्ली में लंबे समय तक अपनी जमीन मजबूत करने के लिए अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को न केवल किसानों के खेत में जाकर उनकी फसलों का जायजा लिया, बल्कि दिल्ली देहात के सबसे मजबूत माने जाने वाले भाजपा नेता पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की समाधि के पास ही सहयोग रैली का आयोजन किया। सहयोग रैली के बहाने मुख्यमंत्री केजरीवाल ने साहिब सिंह वर्मा की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि साहिब सिंह वर्मा को दिल्ली देहात में भाजपा का सबसे मजबूत नेता माना जाता था। इनके पुत्र प्रवेश वर्मा फिलहाल पश्चिमी दिल्ली से सांसद हैं।
