सिवनी मालवा। खण्डवा इटारसी रेल खण्ड पर वानापुरा रेल्वे स्टेशन के पास कोयले से भरी मालगाड़ी की 40 बेगन में आग लगी और गेट मेनों की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया आग पर काबू पाने के लिए रेल अधिकारियो ने धन्टों वाद आग पर कागू पाया. धटना की सूचना के वाद सिवनी मालवा टिमरनी और इटारसी की 03 दमकलों ने आग पर पानी डाला और आग को रोका.
रेलवे के अधिकारियों की निष्क्रीयता के कारण 3 घंटे बाद आग बुझाना शुरु किया, मालगाडी में आग लगने की खबर मिलते ही तत्काल अनुबिभागीय अधिकारी प्रकाशसिंह चैहान घटना स्थल पर पहुॅंचे और जानकारी लेकर आग पर काबू करने के लिए ब्यवस्था कराई. यातायात को वनाये रखने के लिए डाउन ट्रेक पर जलती मालगाड़ी के साईड से दादर-अमृतसर एक्सप्रेस निकाली गई.
खण्डवा की ओर से आ रही और बीना जा रही मालगाड़ी जिसके 58 बेगनों में कोयला भरा हुआ था जिसमें से लगभग 40 बेंगनों में आग लगी हुई थी. खण्डवा से आ रही मालगाड़ी जब बानापुरा के गेट नम्बर 218, 219 के गेटमेनो ने मालगाडी में घुंआ उठता देखा और गाड़ी के चालक को लाल झण्डी बताकर कर बानापुरा रेलवे स्टेशन मास्टर को आग की सूचना दी। जलती मालगाड़ी को दोपहर 1 बजे बानापुरा रेलवे स्टेशन पर डाउन ट्रेक की मेन लाईन पर रोका गया। जिसके बाद रेलवे स्टेशन पर खडी मालगाड़ी का कोयला जलता रहा लेकिन 4 बजे तक रेलवे प्रशासन ने आग बुझाने का कोई प्रयास नही किया। जबकि सिवनी मालवा नगर पालिका की 3 दमकल, इटारसी की 1 दमकल और टिमरनी की एक दमकल स्टेशन पर घंटो खडी रही और रेलवे के आग बुझाने के आदेश का इंतजार करती रही। ठीक 3 घंटे बाद रेलवे प्रशासन की नींद उडी और फिर रेक पाइंट पर लाकर मालगाड़ी से इंजन को अलग कर आग बुझाने को कहा गया। तीनो नगरो की 5 दमकलो से मालगाडी में जल रहें कोयले को बुझाया।
जलती मालगाड़ी के साइड से निकाली पठान कोट एक्सप्रेस
बानापुरा स्टेशन के मेन ट्रेक पर खडी जलती हुई कोयले की मालगाड़ी के साईड से दादर की ओर जाने वाली पठानकोट एक्सप्रेस को निकाला गया। जिसका बानापुरा में स्टाफ भी हैं। पठानकोट में बैठे यात्रीयों ने बताया कि मालगाडी से बहुत धुआ निकल रहा था। तेज तपन भी लग रही थी। बैसे रेल्वे प्रशासन को पहले मालगाडी को मेन टेªक से हटाना था, फिर पठान कोट को निकालना था। क्योकि तेज हवा में अगर जलती चिंगारी निकल कर पठानकोट में लग जाती तो बड़ी घटना भी घट सकती थी।
रेलवे प्रशासन के अधिकारी नदारत दिखे
बानापुरा रेलवे स्टेशन पर जलती हुई मालगाडी दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक खड़ी रही लेकिन रेलवे का कोई बडा अधिकारी घटना स्थल पर नही आया। जबकि स्थानीय प्रशासन से एसडीएम प्रकाश सिहं चैहान और नगर पालिका का स्टाफ और पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंच गए। होशंगाबाद से अपर कलेक्टर एच.एस. मीणा भी बानापुरा पहुंचे।
गेट मेनो की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
बनापुरा के अन्तर्गत आने वाले गेट नम्बर 218 के गेट मेन प्रमोद पिता सुखदेव यादव, गेट नम्बर 219 के गेट मेन शिव पिता उमराव ने मालगाड़ी में धुआ निकलता देखकर बानापुरा स्टेशन मास्टर को सूचना दी। जिसके चलते बानापुरा स्टेशन पर गाडी को रोककर बड़ी घटना को होने से बचाया जा सका।