ग्वालियर। सुरेष नगर निवासी संजय पाल के 14 वर्षीय बेटे अनिकेत पाल को मुरार थाने के पास कबीर काॅलौनी के निकट से एक बाबा ने खाने को परसाद दिया। अनिकेत ने परसाद लेने से इन्कार कर दिया और आगे बढ़ गया, इसके बाद अचानक बाबा पीछे से आया और अनिकेत को कुछ सुघांकर बेहोष कर एक बोरे में डालकर आॅटो से रेलवे स्टेषन ले गया, उसने बच्चे के हाथ-पैर रस्सी से बांध दिये थे।
रेल में बोरा ले जाकर बाबा झांसी तक पहुंच गया, उसे किसी जीआरपी आरपीएफ ने नहीं टोका ग्वालियर, डबरा, दतिया होते हुये बाबा रेल से झांसी पहुंचा वहां बच्चे को होष आने पर वह बोरे में बंद ही रोने लगा। इस पर यात्रियों ने बोरा खोलकर बच्चे को बाहर निकाला तभी बाबा ने बोरा खोलने से यात्रियों को रोका तो यात्रियों ने झांसी में बाबा के साथ मारपीट कर दी। उधर घर वालों ने बच्चे के न पहुंचने पर खोजबीन शुरू की। पिता संजय पाल को कुछ आॅटो वालों ने बताया कि एक बाबा भारी बोरा लेकर आॅटो से रेलवे स्टेषन गया है। यह जानकारी मिलते ही संजय पाल ने आरपीएफ डीआई टीके अग्निहोत्री को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही खोजबीन शुरू हो गई, इसी बीच अनिकेत के पिता के मोबाइल पर झांसी के एक यात्री ने फोन कर बच्चे के बरौनी में एस-1 कोच के 64 नं. वर्थ पर बैठे होने की जानकारी दी, इस पर बरौनी मेल में तैनात आरपीएफ महिला ब्रिगेड को भेजकर बच्चे को सुरक्षित कर लिया गया। पिटाई के बीच बाबा यात्रियों को चकमा देकर भाग गया।