जूता दिखाकर अपहरणकर्ता मृत लड़के का जिंदा होने का देते रहे सबूत

ग्वालियर। 21 दिन से लापता नगर निगम में कार्यरत आनंद नगर निवासी प्रेमचंद्र पिप्पल का बेटा कृष्णा 18 वर्ष 5 अप्रैल की सुबह से लापता था, उसे काछीपुरा निवासी भूपेन्द्र कुशवाह ने बहराई माता मुरैना के दर्शन कराने के दौरान किडनेप किया था।

भूपेन्द्र प्रेमचंद के मकान में किरायेदार रह चुका है, उसने अपने साथ धर्मेन्द्र परिहार और जितेन्द्र शाक्य को बारदात के लिये मिला लिया। और उनके साथ कृष्णा को बाइक से माता के मंदिर मुरैना दर्शन करने हेतु भेज दिया। शक न हो इसलिये स्वयं नहीं गया। उसके बाद से किडनेपर्स कृष्णा को रिहा करने के लिये 15 लाख की फिरौती मांग रहे थे। बहोड़ापुर के टीआई आरएस परमार ने भूपेन्द्र से सख्ती से पूछताछ की तब यह राज खुला।

पहचान के डर से गोली मारी
कृष्णा को अगवा करने के बाद आरोपी शाम होने पर उसे छिपाकर रखने के लिये परेशान हो गये, साथ ही पहचान लिये जाने का खतरा भापकर पकड़े जाने के डर से कृष्णा को गोली मारकर हत्या कर दी। और पैसे बसूलने के लिये कृष्णा को जिंदा बताते हुये उसका जूता परिजनों को बानमोर रेलवे स्टेषन पर नियत जगह पर रखकर जिंदा रहने की बात कहते हुये फिरौती मांगी। भूपेन्द्र पास में ही रहकर पिप्पल परिवार की गतिविधि पर नजर रखे था। चूंकि भूपेन्द्र पैर से लंगड़ा था इसलिये पुलिस नरमी बर्तती रही। कृष्णा की हत्या के बाद परिजनों को उसकी कुछ हड्डियां ही मिल सकीं और 315 बोर का कट्टा अमेन्द्र के घर में मिला।

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