ग्वालियर। ज्यादा से ज्यादा पैसा बनाने की दौड़ में शामिल प्राइवेट अस्पताल अपने कर्मचारियों का कतई ध्यान नहीं रखते, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में कर्मचारी दिनभर खतरनाक बीमारियों के कीटाणुओं से जूझते रहते हैं। birla hospital gwalior की एक नर्स स्वाइन फ्लू के मरीजों की देखभाल करते करते खुद स्वाइन फ्लू का शिकार हो गई। चौंकाने वाली बात तो यह है कि अस्पताल के योग्य डॉक्टर अपनी ही नर्स की जान नहीं बचा पाए।
बिरला हाॅस्पीटल की नर्स रूचि यादव 20 वर्ष की 06 अप्रैल को तबीयत खराब होने के बाद बिरला हाॅस्पीटल में ही भर्ती कराया गया था। स्वाइन फ्लू के लक्षण चैक अप में आने के बाद बिरला हाॅस्पीटल में भर्ती कर दिया गया। पिछले एक सप्ताह से वह वेंटीलेटर पर थी, बिरला अस्पताल प्रबंधन द्वारा महंगे इलाज से हाथ खींच लिये जाने के कारण रूचि यादव की मौत हो गई यह आरोप परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाते हुये बिरला अस्पताल में जमकर हंगामा किया।