नीमच/जावद। सांप्रदायिक उपद्रव के बाद से जावद में लगा कर्फ्यू छठे दिन भी जारी रहा। बुधवार को प्रशासन ने सुबह 7 से शाम 6 बजे तक तक ढील दी, जिसमें पूरी तरह शांति बनी रही। स्थिति को देखते हुए 9 अप्रैल को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक ढील देने का निर्णय लिया है। रात का कर्फ्यू बदस्तूर जारी रहेगा। उधर धरपकड़ में मंगलवार शाम करीब 13 उपद्रवियों को और गिरफ्तार किया गया। इस तरह अब तक लगभग 110 से ज्यादा उपद्रवी गिरफ्तार हो चुके हैं।
जावद में तेजी से सामान्य होती स्थिति के बीच बुधवार शाम एक बार फिर शांति समिति की बैठक हुई। डाक बंगले पर कलेक्टर जीवी रश्मि, एसपी रुडोल्फ अल्वारेस और विधायक ओमप्रकाश सकलेचा की मौजूदगी में हुई बैठक में समाज के सभी तबकों ने मिलकर आगे से इस प्रकार की घटना को रोकने के लिए संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। सबसे प्रमुख निर्णय में यह रहा कि किसी भी जुलूस के दौरान घरों की छतों पर सिर्फ परिवारवाले ही खड़े रह सकेंगे, जबकि बाहरी व्यक्तियों के खड़े रहने पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा प्रभावितों को आर्थिक सहायता व अन्य के संबंध में भी निर्णय लिए गए।
एसडीएम केएस सेन, एसडीओपी डॉ. इंद्रजीत बाकरवाल, तहसीलदार अनिल भाना, संजय जोशी, अजित चेलावत, भगवानदास मुच्छाल, सुधीर अग्रवाल, शहर काजी सैयद मोहम्मद अकील, दिनेश जोशी, भूपेश जोशी, बशीर पहलवान, रमेश भैरावत, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भूपेंद्र बोहरा आदि मौजूद रहे।
'सबूत है तो किसी की बात नहीं मानूंगा'
शांति समिति की बैठक में ही विधायक एक व्यक्ति को लेकर पहुंचे थे। विधायक के कहने पर उस व्यक्ति ने एसपी रुडोल्फ अल्वारेस से उपद्रव के दौरान पकड़े गए एक व्यक्ति को छोड़ने के लिए कहा। एसपी ने उससे पूछा- तुम थे वहां पर, तो उस व्यक्ति ने इनकार में गर्दन हिला दी। इस पर एसपी श्री अल्वारेस बोले निर्दोष को नहीं पकडूंगा, लेकिन सबूत होगा तो किसी की बात नहीं मानूंगा। एसपी का सख्त रुख देख व्यक्ति सहम गया, वहीं विधायक भी इधर-उधर देखने लगे।
- यह प्रमुख फैसले हुए
- शांति कायम करने पांच समिति बनाई गई। इनमें सभी संप्रदाय के नागरिक के अलावा पुलिस और पटवारी को शामिल रहेंगे।
- नगर पंचायत के माध्यम से मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। विधायक ने कहा- 'पंचायत के पास फंड नहीं तो मैं दिलवाऊंगा।'
- किसी प्रकार के चल समारोह में डीजे पर पाबंदी रहेगी।
26 की आर्थिक राहत स्वीकृत
प्रभावित को राहत देने के लिए प्रशासन ने आर्थिक सहायता स्वीकृत करना शुरू कर दिया है। बुधवार को कलेक्टर जीवी रश्मि ने 26 प्रकरण स्वीकृत किए। इनमें 11 आगजनी से प्रभावित और 9 घायल शामिल हैं। इससे ज्यादा नुकसान होने पर प्रभावितों को तहसीलदार व पटवारी के माध्यम से प्रकरण तैयार कर मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में भेजने की व्यवस्था की जाएगी। प्रभावित या किसी घायल का नाम रह गया है तो वे तहसीलदार को आवेदन देकर जुड़वा सकते हैं।
गिरफ्तारों के नाम आज होंगे सार्वजनिक
बैठक में शामिल लोगों ने बताया कि कई लोग अपने परिवारजनों को ढूंढ रहे। उनको यह पता नहीं चल रहा कि वह कहां है। इस पर एसपी ने कहा कि जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनकी अंतिम रूप से जांच कर 9 अप्रैल को नाम सार्वजनिक कर दिए जाएंगे।
उपद्रव प्रभावितों को ऐसे मिलेगी राहत
कच्चे मकान : 10 हजार रुपए
पक्के मकान व दुकान : 30 हजार रुपए
दो पहिया वाहन : 5 हजार
ठेलागाड़ी : 5 हजार
घायल : 1 हजार
रात का कफ्यू रहेगा
जावद में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। बुधवार को फिर से 11 घंटे की ढील दी गई। गुरुवार को इसे बढ़ाकर सुबह 6 से शाम 6 बजे तक ढील दी जाएगी। 18 प्रभावित और 9 घायलों के राहत प्रकरण स्वीकृत कर दिए गए हैं। जो छूट गए हैं, वे तहसीलदार के माध्यम से नाम जुड़वा सकते हैं। फिलहाल रात का कर्फ्यू बरकरार रहेगा।
जीवी रश्मि, कलेक्टर