इंदौर। सड़क हादसे में पैर की टूटी हड्डी जुड़वाने यूनिक अस्पताल (अन्नपूर्णा) पहुंचे वेंकटेश विहार निवासी रवि गुप्ता के साथ डॉक्टरों ने गंभीर लापरवाही कर दी। डॉक्टरों ने आॅपरेशन तो कर दिया, लेकिन स्क्रू लगाना ही भूल गए। जैसे ही इस चूक की उन्हें याद आई, अगले ही दिन परिजन की मर्जी के बिना रवि का दोबारा आॅपरेशन कर डाला। 24 घंटों में दो बार आॅपरेशन और एनेस्थीसिया देने से रवि को काफी कमजोरी और परेशानी हुई। इससे काफी समय तक उन्हें बेड पर ही रहना पड़ा। हालत ठीक होते ही उन्होंने कलेक्टर से मामले की शिकायत की।
24 घंटे में दो बार आॅपरेशन
मेरा 14 दिसंबर 2014 को एक्सीडेंट हो गया था। इलाज के लिए यूनिक अस्पताल ले जाया गया। 15 दिसंबर को मेरा आॅपरेशन किया गया। इसके लिए मां ने आॅपरेशन के लिए जरूरी फॉर्म पर हस्ताक्षर कर सहमति दी थी। अगले दिन हमें बताया गया पैर में थोड़ा काम रह गया है, इसलिए फिर से आॅपरेशन थिएटर में ले जाना पड़ेगा। मां ने पूछा ऐसा क्या कारण है कि आॅपरेशन थिएटर की जरूरत पड़ी? तो बताया गया कुछ खास नहीं, बस दूरबीन से देखना है। मेरी फाइल में से 15 दिसंबर को किए गए आॅपरेशन के दस्तावेज, जिसमें मुख्य रूप से एक्स-रे शामिल था, निकाल लिया गया। दोबारा आॅपरेशन को लेकर जब मां से फिर सहमति पत्र भरवाना चाहा तो उन्होंने मना कर दिया। मां ने पूछा उन्हें बताया जाए कि दोबारा आॅपरेशन क्यों किया जा रहा है, पर अस्पताल प्रबंधन बताने को तैयार नहीं हुआ। मुझे बेहोशी की दवा देकर फिर आॅपरेशन किया गया। इसके दो घंटे बाद मुझे होश आया, पर 24 घंटे में दो बार बेहोश करने व आॅपरेशन करने से मेरी हालत काफी खराब हो गई थी। बाद में हमें पता चला कि डॉक्टर पहले आॅपरेशन में स्क्रू लगाना भूल गया था, जिसके चलते दूसरा आॅपरेशन करना पड़ा।
जैसा रवि गुप्ता ने बताया
टेंशन में मां को हो गई ब्लड प्रेशर की शिकायत
रवि का कहना है मेरी हालत देखकर मां की तबीयत भी खराब हो गई थी। उन्हें तभी से ब्लड प्रेशर की शिकायत हो गई है। जबसे मेरा आॅपरेशन हुआ, वे परेशान हैं। हालांकि अब मैं काफी कुछ ठीक हो गया हूं, जिससे उनकी तबीयत में भी सुधार है, पर डॉक्टरों का कहना है ब्लड प्रेशर की शिकायत बनी रहेगी। पूरे घटनाक्रम को देखते हुए मुझे कलेक्टर आकाश त्रिपाठी को शिकायत करना पड़ी। मेरी फाइल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भेजी गई है, जो मामले में जांच करेंगे।
हमारे यहां ऐसा नहीं होता
हमारे अस्पताल में कभी ऐसा होता नहीं है कि कोई डॉक्टर आॅपरेशन के दौरान कुछ भूल जाए। अभी हम रवि की फाइल नहीं देख पा रहे हैं। वह देखकर ही कुछ जानकारी दी जा सकेगी।
नूतन व्यास,
एडमिनिस्ट्रेटर
Unique Hospital in Annapurna Road, Indore