भोपाल। जबलपुर हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद व्यापमं घोटाले की निगरानी कर रही एसआईटी ने दिल्ली जाने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया है। अब कांग्रेस महासचिव इस सप्ताह के अंत तक एसआईटी को इस मामले में अपना रिप्रेजेंटेशन भेजेंगे। इस मामले में हाईकोर्ट ने एसआईटी से 13 मार्च तक स्पष्टीकरण देने को कहा है।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय ने एसआईटी को व्यापमं घोटाले में और सबूत दिल्ली में देने की बात कही थी। इस पर एसआईटी के चेयरमैन रिटायर्ड जस्टिस चंद्रेश भूषण ने 4 मार्च को दिल्ली जाने की बात कही थी। हालांकि बाद में 9 मार्च को दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय हुआ था, लेकिन इस बीच 5 मार्च को जबलपुर हाईकोर्ट ने कहा था कि एसआईटी की भूमिका सिर्फ निगरानी की है।
साथ ही पूछा था कि दिग्विजय ने उन्हें इस मामले में क्या सबूत दिए हैं और आखिर किन कारणों से उन्होंने दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय किया। इसके बाद एसआईटी ने दिल्ली जाने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया है। एसआईटी ने फिलहाल जबलपुर हाईकोर्ट को जवाब नहीं भेजा है। जवाब 13 मार्च तक भेजना है।