शहला मसूद हत्याकांड: CBI कस्टडी से सबूत गायब

इंदौर। शहला मसूद हत्याकांड में गुरुवार को सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान आरोपी जाहिदा परवेज और शाकिब डैंजर से जब्त हुए मोबाइल पेश किए गए। मोबाइल को खोला गया तो उसमें से सिम गायब थी। उधर गवाह बृजमोहन भारद्वाज ने स्पष्ट कह दिया कि मोबाइल में सिम भी थी। इसे मेरे सामने सील किया गया था। बयान के बाद वकीलों ने सीबीआई पर सवाल उठाए। अगली सुनवाई 9 अप्रैल को होगी।

सीबीआई के विशेष न्यायाधीश राजीव कुमार अयाची के सामने आरोपी जाहिदा परवेज, सबा फारूकी, शाकिब डैंजर, ताबिश खान और इरफान अली को पेश किया गया। गवाह बृज मोहन भारद्वाज ने बयान में कबूला कि शाकिब और जाहिदा जिस मोबाइल से बातें करते थे, उसकी रिकॉर्डिंग ताहिर नाम के व्यक्ति ने कर ली थी। उसी मोबाइल को सीबीआई ने सिम के साथ जब्त किया था।

कोर्ट में सीलबंद लिफाफे के अंदर से कपड़े में लिपटे मोबाइल को जब निकाला गया तो पता चला कि वह कपड़ा आधा ही ढका था। वकीलों ने आरोप लगाया कि सीबीआई के अधिकारियों ने इसे खोला है। सबा के वकील सुनील श्रीवास्तव ने भारद्वाज से सवाल किया तो उसने कबूला कि मोबाइल की जब्ती के वक्त ताहिर मौके पर था या नहीं, यह मुझे नहीं मालूम।

दूसरे गवाह एनयू खान ने कबूला कि सबा और जाहिदा की बातचीत का एक नमूना लिया गया था जो सीडी में था। सीबीआई इंस्पेक्टर मुकेश शर्मा ने बताया था कि इस सीडी में दोनों महिला आरोपी की आवाज का नमूना है, लेकिन उन्होंने आवाज सुनाए बगैर उस पर मुझसे हस्ताक्षर करा लिए थे। सीडी एक खुले लिफाफे में थी। सीबीआई ने सबा और जाहिदा की लेखनी का नमूना भी लिया था, लेकिन वह मेरे सामने नहीं लिया था।

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