भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीबीआई जांच की जद में आ गए हैं। हालांकि व्यापमं मामले की सीबीआई जांच शुरू नहीं हुई लेकिन कोल ब्लॉक घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने अंबानी की सिफारिश के मामले में शिवराज सिंह को जांच की जद में लिया है। इस संदर्भ में सीबीआई ने मप्र के मंत्रालय में छापामार कार्रवाई कर खनिज संसाधन विभाग का रिकार्ड जब्त किया है। इस रिकार्ड में वो चिट्ठी भी है जो शिवराज सिंह चौहान ने अंबानी की सिफारिश के लिए लिखी थी।
सीबीआई का जांच दल एए सिद्दीकी के नेतृत्व में मंत्रालय पहुंचा था। बताया जाता है अंबानी के पक्ष में कोलब्लॉक आवंटन की सिफारिश राज्य में बिजली उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से सीएम ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को की थी।
आवंटन अनिल धीरूभाई अंबानी की कंपनी को चितरंगी कोल ब्लॉक के अतिरिक्त कोयले का होना था। केंद्र ने सिफारिश मानी तो नहीं, लेकिन सीबीआई ने मामले को जांच में ले लिया। सीएम का पत्र 2 नवंबर 2007 को लिखा गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में 214 कोल ब्लॉक का आवंटन निरस्त कर पूरी प्रक्रिया पर ही उंगली उठाई थी।
इससे पहले नियंत्रक एवं महालेखाकार (सीएजी) निवोद राय ने भी आवंटन को गलत बताया था। सीबीआई की टीम गुरुवार को खनिज विभाग में पहुंची तो हड़कंप मच गया। वहां से फाइल की जब्ती बनाकर सीबीआई टीम तो सतना रवाना हो गई। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने जो फाईल जब्त की , उसमें सीएम के पत्र की मूल कॉपी के अलावा एक नोटशीट लगी है।
