भोपाल। अपने खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर के बाद दिग्विजय सिंह और ज्यादा तीखे अंदाज में सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि विधानसभा में नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा हुआ है तो मेरे और शिवराज के पूरे कार्यकाल की जांच सीबीआई से करा लो, मैं सामना करने को तैयार हूं, शिवराज से पूछो क्या वो भी तैयार हैं ?
अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद पहली बार उन्होंने कोई बयान जारी किया। भोपाल के प्रख्यात पत्रकार संजीव श्रीवास्तव से बातचीत करते हुए उन्होंने क्या कुछ कहा, आप भी पढ़िए:—
आपके खिलाफ FIR हो गई है?
मुझे कोई ऐतराज नहीं। जांच होना चाहिए। जस्टिस शचींद्र द्विवेदी की अध्यक्षता वाली कमेटी ने अनुशंसा की थी कि यह मामला सीबीआई को देने योग्य है। मेरा तो सरकार से अनुरोध है कि इस मामले और व्यापमं मसला सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए।
आप कोई लीगल एक्शन ले रहे हैं?
एफआईआर हुई है। जांच होगी। कोई प्राइमाफेसी केस बनेगा तो जमानत कराएंगे और विधिसंवत कदम भी उठाएंगे। वैसे मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर इस बात के लिए आभार जताया है कि आठ साल बाद आपने प्रकरण दर्ज किया। शायद आप इस बात के इंतजार में थे कि आप पर केस बनने की बारी आए तो आप इस मामले का उपयोग करें। मैं चुप रह जाता तो शायद....वैसे मैं खुद को निर्दोष साबित करने के लिए तैयार हूं। फिर दोहराऊंगा, विधानसभा भर्ती और व्यापमं फर्जीवाड़ा मामला सरकार सीबीआई को सौंप दें।
मप्र में साउथ पॉलीटिक्स का प्रवेश हो गया है?
यह तो उन पर निर्भर करता है, मैं इस तरह की राजनीति पर विश्वास नहीं करता। मैंने तो व्यापमं का केस केवल इसलिए किया है क्योंकि 1400 से ज्यादा लोग जेल में हैं। खुद को बचाने के लिए राजभवन को फंसा रहे हो, मंत्रियों को फंसा रहे हो, अन्य निर्दोषों को जेल में डाल रहे हो, यह कहां का न्याय? करप्शन प्रदेश में इंस्ट्टीयूशनालाइज्ड हो गया है।
मुख्यमंत्री ने आपको मशविरा दिया है कि सुरसुरी छोड़ने के बजाय प्रमाण SIT को दें?
हमने हरेक प्रमाण एसआईटी को दिया है। कॉल डिटेल बुलाने का आग्रह किया है। कॉल डिटेल आते ही असलियत सामने आ जाएगी।
आपके द्वारा पेश प्रमाणों को सरकार ने असत्य और भ्रामक करार दिया है?
मैंने तो एफेडेविड दिया है। गलत हूं तो सरकार मुझ पर कार्रवाई करे। हरेक प्रमाण पुख्ता है। एसआईटी चार मार्च को दिल्ली आ रही है। उसके सामने नए प्रमाण रखूंगा।
अंत में, सरकार आपके कार्यकाल के खनन और जमीन आवंटन समेत कई मामलों को खंगाल रही है?
बिलकुल खंगाले। मैं तैयार हूं। मैं तो पहले ही कह चुका हूं शिवराज सरकार मेरे दस बरस के कार्यकाल और भाजपा अपने 11 साल के कार्यकाल की गड़बड़ियों की जांच, न्यायिक जांच आयोग बनाकर करा ले। यह जांच जरूर कराई जाए कि दिग्विजय सिंह ने अपने किन-किन रिश्तेदारों को खनन के पट्टे या लीजें दी हैं और भाजपा शासनकाल में किन नेताओं के रिश्तेदारों को ठेके-लीज मिली हैं।
दिग्विजय सिंह का अगला तीर कब चलेगा?
हंसते हुए, चार तारीख को। इस दिन मैं दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस भी करने जा रहा हूं। कई नए प्रमाण और जानकारियां इसमें दूंगा। एक बात और बता दूं, न केवल ये खुद फंसेंगे, बल्कि इनको बचाने वाले नौकरशाह और अन्य मददगार भी जेल जाएंगे। अकेला व्यापमं नहीं है। कई महकमों के भ्रष्टाचार के प्रमाण मेरे पास हैं।