बालाघाट। परिवार के अन्य सदस्यों से पूछे बिना मुर्गा बेच देने और उसके ऐवज में मिली रकम को शराब पीकर उडा देने की कारगुजारी से उपजे विवाद ने इतना उग्र रूप धारण कर लिया जिसमें बेटे को गला दबाकर मार डाला जिससे उसकी मौत हो गई वहीं घटना के साक्ष्य मिटाने एवं हत्या के जुर्म में समूचा परिवार जेल चला गया।
बालाघाट जिले के रामपायली पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एरवाटोला के हेटी गांव में किशनलाल की हत्या के आरोप में मतक के पिता सुखलाल लिल्हारे, मां मेहतरीन बाई, भाई भुषण और रोशन को गिरफतार कर वारासिवनी न्यायालय में पेश किया था जहां से उन्हे जेल भेज दिया गया। अनुभागीय अधिकारी पुलिस श्री जे.एस. मरकाम बताया की मुर्गा बेच देन की बात पर आरोपियों ने किशनलाल की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को घर पर ही छुपाकर रख दिया और मौका पाकर उसे खेत में लगे पेड पर फांसी पर लटका दिया था।
इस घटना की सूचना मतक की मां मेहतरीन बाई ने 22 फरवरी की शाम रामपायली पुलिस थाने में दी थी जिसकेे आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ की। पुछताछ के दौरान ही पुलिस को पता चल गया की चारों ने मिलकर किशनलाल की हत्या कर उसे झाड पर लटका दिया था। आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया की उन्होने 18 फरवरी को ही किशनलाल की हत्या कर दी थी और 2 दिन तक लाश को घर में ही छिपाकर रखा था। पुलिस ने आरोपियों पर धारा 302, 201, 203,34 के तहत अपराध पंजीबध कर न्यायालय में पेश किया हैै।
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