इंदौर। सामान्यत: कंपकंपी के साथ तेज बुखार, सिरदर्द और चक्कर को मलेरिया के लक्षण माने जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं है। हो सकता है कि सिर्फ पेट दर्द व हल्का बुखार हो और जांच कराने पर मलेरिया निकले। दरअसल, मलेरिया के वायरस का स्वरूप बदल रहा है।
इंदौर में ऐसे करीब ढाई दर्जन मरीज सामने आए हैं, जिनके पेट में दर्द हुआ और जांच में मलेरिया पाया गया। हालांकि इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के बयान अलग-अलग हैं।
बगैर लक्षण भी हो रही पुष्टि
एच1एन1 के साथ ही मलेरिया के लक्षणों में बदलाव नजर आ रहा है। कई मरीजों में एक भी लक्षण नहीं दिखा, लेकिन जांच कराने पर बीमारी की पुष्टि हुई। हम इन मरीजों की डिटेल और लक्षणों की जानकारी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजेंगे, ताकि बीमारियों से लड़ने की दिशा तय कर सकें।
डॉ. शरद पंडित, संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग
अब तक पुष्टि नहीं
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से अब तक लक्षणों में बदलाव को लेकर दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं, इसलिए इस बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
डॉ. संजय दीक्षित, विभागाध्यक्ष, कम्युनिटी मेडिसीन
एच1एन1 बदल चुका है
डॉक्टरों के मुताबिक, स्वाइन फ्लू के वायरस (एच1एन1) की प्रकृति भी बदल गई है। यही वजह है कि मरीजों में बीमारी के लक्षण नहीं दिखने पर भी बीमारी की पुष्टि हो रही है। इंदौर में स्वाइन फ्लू के 400 मरीज सामने आए हैं। इनमें से करीब कई में बीमारी का एक भी लक्षण नहीं दिखा।