पन्ना। कभी सुना था कि विद्या चन्द रुपयों की मोहताज नही होती आज वह सत्य झुठलाता हुआ नजर आ रहा है। मामला पन्ना पालीटेक्निक कालेज के साथ ही उसी केम्प में लग रहे पवई पालीटेक्निक कालेज का है। यहां स्टाफ की कमी का फायदा चन्द अयोग्य कर्मचारी उठा रहे हैं।
पन्ना सह पवई पालीटेक्निक कालेज की बागडोर आज इस कदर चन्द दलालों के हाथ में आ गई कि छात्र-छात्राऐं जिनके माँ बाप खून पसीना एक कर अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च उठा रहे हैं, उनको यह शिक्षा मंहगी साबित हो रही है। बात सिर्फ कालेज में लगने वाली फीस तक ही सीमित नहीं कालेज में युनिवर्सिटी के आदेश के नाम पर बच्चों से कालेज यूनिफार्म न पहन कर आने पर 50 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से पैसा लिया जा रहा है और साथ ही धमकी दी जा रही है कि अगर यह नही दिया गया तो रेस्टिगेट कर दिया जाएगा। इस काम को अंजाम देने के लिये बैंक चालान से पनिशमेंट शुल्क जमा करा कर बाद में मिलीभगत से कागजी तौर पर इस फीस को खर्च के रूप मे दर्शा कर अपनी जेब भरने की तरकीब अपनाई जा रही है, जबकि युनिवर्सिटी की बात की जाए तो उसने आधिकारिक तौर पर कोई यूनिफार्म कोड लागू नही किया और अगर किया भी है तो अवैद्य पनिशमेंट शुल्क का तो कोई प्रावधान ही नही। ऐसे में जिन बच्चों के पास यूनिफार्म नही वो पनिशमेंट शुल्क लगने के कारण कालेज नही जा पा रहे और अगर जाना चाहें फाइन के तौर पर शिक्षा के दलाल अपनी जेब भर रहे हैं छात्रों ने कलेक्टर के सामने इनकी मनमानी के खिलाफ प्रदर्शन का मन बना लिया है यह पहला मामला है, यह तो अभी शुरुआत है और भी मामलों से जल्द ही छानबीन के बाद पर्दा उठना बाकी है।
ऋषि नगायच
पन्ना जिला ब्यूरो
भोपाल समाचार