भोपाल। भाजपाई गुंडागर्दी के खिलाफ मप्र में आज 28 कर्मचारी संगठनों एवं प्रदेश के कार्यरत करीब 10 लाख कर्मचारियों हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने इसे प्रदेश का Shut down कहा।
संगठन के महासचिव दीपक सक्सेना के मुताबिक, सरकारी सेवकों के स्वाभिमान की अभिव्यक्ति के लिए संगठन ने टोटल शट डाउन किया है। उन्होंने कहा कि, कर्मचारियों का भी स्वाभिमान होता है। इज्जत सबको प्यारी होती है।
IAS/IPS लॉबी के खिलाफ राप्रसे
राज्य प्रशासनिक सेवा संघ और संगठन असर द्वारा प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर की गई हड़ताल का असर सबसे ज्यादा राजस्व विभाग से जुड़ी सेवाओं पर पड़ा। हड़ताल के दौरान जिला पंचायत के पास हुई सभा को अधिकारी व कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि हम लोग ही यहां के मूल निवासी हैं, आईएएस और आईपीएस अधिकारी तो बाहर से आते हैं, प्रदेश का सही विकास तो हम लोग ही चाहते हैं।
भोपाल में हड़ताल के दौरान कलेक्टोरेट, एमपी नगर स्थित एसडीएम दफ्तर, बारह दफ्तर स्थित नजूल दफ्तर में सन्नाटा पसरा रहा। जिला पंचायत दफ्तर के सामने हुई एक सभा को राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष जीपी माली, महासचिव दीपक सक्सेना, देवी प्रसाद शर्मा, अमर सिंह परमार, अरुण द्विवेदी, साबिर खान, रमेश राठौर समेत कई नेताओं ने संबोधित किया।
ये सेवाएं हुईं प्रभावित
कलेक्टोरेट: नामांतरण, सीमांकन, बंटवारे और एनओसी संबंधी काम, राजस्व वसूली।
नगर निगम: नामांतरण, बिल्डिंग परमिशन, जलदर और संपत्ति कर।
रजिस्ट्रार आफिस: रजिस्ट्री से संबंधित काम।
बीडीए: प्रॉपर्टी से जुड़े काम।
बिजली कंपनी: बिल समेत बिजली से जुड़ी अन्य सेवाएं।
ये रहे भाजपाई गुंडागर्दी के ताजा उदाहरण
इलाकाई डॉन की तरह आया सांसद और एसडीएम पर हमला
9 फरवरी को राघौगढ़ के एसडीएम रिंकेश बैस के साथ गुना-राजगढ़ के भाजपा सांसद रोडमल नागर ने मारपीट कर दी। इसका कारण था कि भाजपा ब्लॉक अध्यक्ष पवन जैन ने एसडीएम को कहा कि, आपको सांसद बुला रहे हैं। इसपर एसडीएम ने कहा कि, मैं अभी कहीं हूं, बाद में आता हूं। तब जैन ने पलटकर तैश में कहा कि, अभी आइये। तब एसडीएम को भी गुस्सा आ गया और जबाव दिया कि , मुझे कोई आदेश मत दीजिए। बात इतनी बढ़ गई कि पवन, सांसद को साथ लेकर 4 गाड़ियों में कार्यकर्ताओं को भर कर लाए और अस्पताल का निरीक्षण कर निकल रहे एसडीएम की पिटाई कर दी।
वसूली का नोटिस दिया तो पीटा महिला तहसीलदार को
7 दिन पहले हरदा में तहसीलदार निधि चौकसे ने भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र शाह के खिलाफ वसूली का नोटिस निकाला। इसपर गजेंद्र ने निधि की कोर्ट के बाहर पिटाई कर दी।
15 हजार कर्मचारियों की पिटाई, किसी को सजा नहीं
मप्र में शासकीय सेवकों पर 20 सालों में 15 हजार के करीब मारपीट और दुर्व्यवहार की घटनाएं हुई हैं। शासकीय कार्य में बाधा के तहत जो मामले दर्ज होते हैं, उनमें अभी तक किसी को सजा नहीं हुई। इस वजह से कठोर कानून की मांग की जा रही है, जिससे सम्मान के साथ काम किया जा सके। हमने एक दिन की सीएल ली है और जरूरी सेवाओं को इस हड़ताल से मुक्त रखा है।
जीपी माली, अध्यक्ष, मप्र राज्य प्रशासनिक सेवा संघ
