फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली एब्डो अगले हफ़्ते अपने समय पर फिर निकलेगी. पत्रिका से जुड़े एक एडिटोरियल कर्मचारी ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को यह जानकारी दी है. स्तंभकार पैट्रिक पेलू ने समाचार एजेंसी को बताया कि पत्रिका अगले हफ़्ते बुधवार को फिर निकलेगी ताकि बताया जा सके कि ''बेवकूफ़ी नहीं जीत सकती.''
पेलू ने कहा, "यह बहुत मुश्किल है. हम सभी दुखी हैं और डरे हुए हैं लेकिन हम इसे इसलिए छापेंगे क्योंकि बेवकूफ़ी नहीं जीत सकती." उन्होंने कहा कि पत्रिका को शार्ली एब्डो के मुख्यालय के सामने रखा जाएगा जो फिलहाल हमले के बाद बंद है. शार्ली एब्डो के कई ऐसे ट्वीट रहे हैं, जो कट्टरपंथियों के गले नहीं उतरे.
पेरिस में पत्रिका के दफ़्तर पर हमले से कुछ देर पहले पत्रिका के ट्विटर अकाउंट से किया गया आख़िरी कार्टून मीडिया में चर्चा का विषय है. हमले में 12 लोग मारे गए और कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
पत्रिका के आधिकारिक ट्विटर हैंडल @Charlie_Hebdo_की तरफ़ से ट्वीट किए गए इस कार्टून में चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट के नेता अबु बक्र अल-बग़दादी को दिखाया गया है. इस कार्टून के कैप्शन में लिखा है, "बेस्ट विशेज़, टु यू टू अल-बग़दादी." (आप सभी को शुभकामानाएँ, अल-बग़दादी तुम्हें भी). जिसके जवाब में कार्टून में बग़दादी को कहते हुए दिखाया गया है, "एंड स्पेशली गुड हेल्थ" (और ख़ासकर अच्छी सेहत के लिए).
फ्रांसीसी समय के अनुसार यह ट्वीट बुधवार सुबह किया गया था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इसे हमले के कुछ देर पहले पोस्ट किया गया या हमले के दौरान ही लेकिन यह स्पष्ट है कि मीडिया में हमले की ख़बरों के आने से पहले इसे पोस्ट किया जा चुका था. इस बात को लेकर आशंका जताई जा रही है कि क्या इस ट्वीट से हमले को कोई संबंध है या नहीं.
यह कार्टून पहले पत्रिका में प्रकाशित नहीं हुआ था लेकिन यह पत्रिका में प्रकाशित हो रहे कार्टूनों की कड़ी से जुड़ा प्रतीत हो रहा है.
पत्रिका के इस हफ़्ते के अंक में एक कार्टून प्रकाशित हुआ था जिसमें कहा गया था, "फ्रांस में हाल में कोई हमला नहीं हुआ है." लेकिन कार्टून का एक पगड़ीधारी चरित्र, जिसके पीठ पर क्लाशनिकोव बंदूक़ है, कह रहा है, "इंतज़ार करो- शुभकामानाएं देने के लिए हमारे पास जनवरी तक का वक़्त है." फ्रांस में जनवरी के अंत तक नए साल की बधाई देने का रिवाज है. हमले के दिन ही इस कार्टून का प्रकाशित होना क्या महज़ संयोग है?
फ्रांसीसी मीडिया में कुछ जगहों पर इस बात की आशंका जताई जा रही है पत्रिका का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया था. इस कार्टून पर पत्रिका के मशहूर कार्टूनिस्ट होनोरे के हस्ताक्षर हैं लेकिन यह स्पष्ट नहीं है क्या सचमुच उन्हीं का बनाया कार्टून है या इसे कब बनाया गया?
(एस्टेले डॉयले और माइक वेंडलिंग का ब्लॉग)