नई दिल्ली। दिल्ली विधान सभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी के अंदर चौतरफा बवाल शुरू हो गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को टिकट न दिए जाने से नाराज उनके समर्थकों ने मंगलवार को बीजेपी दफ्तर के बाहर जमकर हंगामा किया, तो वहीं ओखला से टिकट कटने पर बीजेपी नेता धीर सिंह विधूड़ी ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
इसके अलावा टिकट बंटवारे में पूर्वांचल को उचित प्रतिनिधित्व न दिए जाने पर बीजेपी के पूर्वांचल के कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी दफ्तर में बवाल किया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ जमकर नारे लगाए। उनका कहना था कि दिल्ली में 40 फीसदी पूर्वांचल के लोग हैं, इस लिहाज से 24 टिकट पूर्वांचल के उम्मीदवारों को मिलने चाहिए थे, जबकि मिला सिर्फ एक।
बीजेपी के अंदर टिकट बंटवारे को लेकर यह असंतोष रोहिणी में नजर आया। जय भगवान का टिकट काटने पर उनके समर्थकों ने वहां जाम लगा दिया। बीजेपी ने इस सीट पर विजेंद्र गुप्ता को टिकट दिया है।
सतीश उपाध्याय ने कार्यकर्ताओं के इस बवाल पर कहा कि ये क्षणिक चीजें हैं और कार्यकर्ता जल्द शांत हो जाएंगे। उपाध्याय ने कहा कि उन्होंने खुद ही चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। संसदीय बोर्ड ने उनसे चुनाव लड़ने के बारे में पूछा था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। उपाध्याय ने पार्टी के फैसले से किसी तरह की नाजारगी से इनकार तो किया, लेकिन उनकी बॉडी लैंग्वेज कुछ अलग ही कह रही थी।
उपाध्याय ने कहा कि उनका एकमात्र टारगेट दिल्ली में किरन बेदी को जिताना और केजरीवाल को दिल्ली से भगाना है। वह बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता हैं और पार्टी के हर फैसले से सहमत हैं।
बीजेपी ने सोमवार रात को कुछ ही दिन पहले पार्टी में शामिल हुईं पूर्व आईपीएस अधिकारी किरन बेदी को अपना सीएम उम्मीदवार घोषित किया था। इसके अलावा 62 उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी की गई थी, जिसमें उपाध्याय का नाम नहीं था। बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करते हुए कहा था कि उपाध्याय के पास चुनाव की बड़ी जिम्मेदारियां हैं, इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपाध्याय बुझे-बुझे नजर आ रहे थे।
BJP: Delhi Cirque start, rebels on the streets