भोपाल। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी में ज्वाइनिंग की खबरों का पुरजोर खंडन किया है। यह खबर दैनिक जागरण के दिल्ली आफिस से ब्रेक हुई थी और राजकिशोर जैसे धुरंधर पत्रकार ने लिखी है अत: इस खबर को महज गॉसिप मान लेना जल्दबाजी होगी, इस खबर का सिंधिया ने खंडन कर दिया परंतु पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने अभी तक खंडन नहीं किया है। अब सवाल यह उठता है कि सिंधिया के खंडन का राज क्या है।
कांग्रेस में छाए कोहरे को चीरती हुई आई इस खबर को सबसे पहले दैनिक जागरण, दिल्ली ने प्रकाशित किया, मध्यप्रदेश में वितरित होने वाला नईदुनिया, इसी समूह का संबद्ध अखबार है अत: खबर नईदुनिया में भी प्रकाशित की गई, इसी के साथ यह तमाम मीडिया में लिफ्ट हुई। यहां बता देना जरूरी होगा कि खबर लिखने वाले पत्रकार का नाम राजकिशोर है, जो दिल्ली के राजनैतिक गलियारों में पर्दे के पीछे चल रहीं गतिविधियों का खुलासा करने में माहिर हैं और सटीक खबरें परोसने वाले पत्रकार कहे जाते हैं।
उन्होंने खबर कांग्रेस में मौजूद राजघरानों की भाजपा में ज्वाइनिंग को केन्द्र में रखते हुए लिखी थी। पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की बीजेपी में ज्वाइनिंग की संभावना को उन्होंने प्रमुखता से उठाया, साथ ही यह भी बताया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भाजपा के संपर्क में हैं। राजकिशोर ने यह भी लिखा है कि उनकी बुआएं भी अब यही चाहतीं हैं कि पूरा परिवार एक ही पार्टी में काम करे ताकि बार बार की तकरार से बचा जा सके।
सिंधिया समर्थक इस संदर्भ में कुछ भी कहें परंतु मीडिया घरानों के पंडित यह कतई नहीं मान सकते कि राजकिशोर जैसे पत्रकार किसी गासिप को हवा देंगे या अपुष्ट खबरों को इतनी प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे।
यहां कहना होगा कि जब धुआं उठा है तो आग भी लगी होगी, सिंधिया ने खबर का खंडन तो कर दिया परंतु कुछ है जो वो छिपा रहे हैं। सिंधिया भाजपा के संपर्क में हैं या भाजपा सिंधिया के संपर्क में यह तो वही जानें परंतु कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ हो जरूर रहा था और शायद इस खबर के प्रकाशन के बाद वो स्थगित कर दिया गया है, या फिर हाईकमान पर दबाव बनाने के लिए यह एक राजनैतिक चाल भी हो सकती है।
खैर, जो भी होगा, आज नहीं तो कल सामने आ ही जाएगा। फिलहाल तो खबर चर्चाओं में है और राजनीति की समझ रखने वाला एक वर्ग खबर को बकवास बता रहा है तो दूसरा वर्ग खबर के खंडन को।
