नई दिल्ली| यदि सबकुछ ठीक ठाक रहा तो इस बार सहारा सुप्रीमो सुब्रत रॉय जेल से बाहर आ जाएंगे। अपने चेयरमैन सुब्रत रॉय को जेल से बाहर निकालने की कोशिश में लगा सहारा ग्रुप अमेरिका के मिराश कैपिटल ग्रुप से लगभग दो अरब डॉलर की फाइनेंशियल पैकेज डील के लिए अंतिम दौर की बातचीत कर रहा है। सहारा ग्रुप के कॉरपोरेट फाइनेंस हेड संदीप वाधवा ने बताया कि इसके लिए डॉक्युमेंट्स तैयार किए जा रहे हैं और डील 20 फरवरी से पहले पूरी होने की उम्मीद है।
इस डील में 1.1 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट और एक वर्ष की अवधि वाला 88.2 करोड़ डॉलर का सीनियर लोन शामिल है। लोन की रकम का इस्तेमाल सहारा ग्रुप बैंक ऑफ चाइना से विदेश में तीन होटल प्रॉपर्टीज के लिए गए कर्ज को रिप्लेस करने के लिए करेगा। ये कर्ज न्यूयॉर्क में प्लाजा और ड्रीम होटल और लंदन में ग्रॉसवेनर हाउस होटल खरीदने के लिए सहारा ग्रुप ने लिए थे।
वाधवा ने कहा, 'मिराश कैपिटल की ओर से ग्रॉसवेनर होटल में 65 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट भी किया जाएगा और यह रकम अंत में एंबी वैली लिमिटेड के पास आएगी।' मिराश कैपिटल ग्रुप सहारा ग्रुप के हॉस्पिटैलिटी वर्टिकल में 45 करोड़ डॉलर भी लगा सकता है। यह रकम सहारा ग्रुप की कंपनियों में एक स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) के जरिए इनवेस्ट की जाएगी। यह पूछने पर कि क्या मिराश कैपिटल से 1.1 अरब डॉलर के फंड्स मिलने से रॉय की जमानत के लिए फंड जोड़ने में सफलता मिलेगा, वाधवा ने हां में जवाब दिया।
इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने सहारा ग्रुप को रॉय को जेल से निकालने के लिए 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश के तौर पर विदेशी लोन को लेकर प्रपोज्ड ट्रांजैक्शंस पर आगे बढ़ने की अनुमति दी थी। रॉय पिछले नौ महीनों से जेल में हैं। उन्हें डिपॉजिटर्स की 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम न लौटाने की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने जेल भेजा है।