भोपाल। बिजली बिल की नई व्यवस्था में ढेरों गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। कहीं एनर्जी चार्ज के नाम पर मनमाना बिल दे दिया गया है तो कहीं बिल इश्यू होने से हफ्ते भर पहले ही बिल जमा करने की अंतिम तारीख दर्शाई जा रही है। लापरवाही का आलम ये है कि ऊर्जा मंत्री राजेंद्र शुक्ल के बिल में ही एनर्जी चार्ज दोगुना जोड़ दिया गया।
इससे पहले कि चार इमली स्थित बी- 19 बंगले में रहने वाले मंत्री तक इसकी खबर पहुंचती, आनन-फानन में बिल दुरूस्त कर नया बिल भिजवाया गया। बिजली कंपनी ने पहले मंत्री के बंगले के बिल में एनर्जी चार्ज 120 रु. दर्शाया, फिर मामला ध्यान में आने पर सुधार कर इसे 60 रु. कर दिया गया।
बिजली कंपनी ने ऊर्जा मंत्री का बिल तो दुरुस्त कर दिया लेकिन इस क्षेत्र में रहने वाले अन्य उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है। अब कंपनी के अफसर इसे कस्टमर केयर एंड बिलिंग सिस्टम (सीसीएंडबी) साॅफ्टवेयर की खामी बताकर बिलों को जल्द दुरूस्त करने की बात कह रहे हैं। कंपनी ने पिछले महीने शहर के वेस्ट डिवीजन में सीसीएंडबी के तहत काम शुरू किया था। तब भी वहां कुछ बिलों में इसी तरह की गड़बड़ी हुई थी।
बिल जारी हुआ 24 जनवरी को, ड्यू डेट 17 जनवरी
चार इमली में उपभोक्ता वी रंजन और जे. चौधरी के बिजली बिल में बिल जनरेट करने की तारीख 24 जनवरी है, जबकि नकद में भुगतान करने की तारीख इसके एक हफ्ते पहले यानी 17 जनवरी है। कई उपभोक्ताओं के बिलों में अंतिम तारीख बिल मिलने के पहले ही खत्म हो चुकी है।
क्या है सीसीएंडबी
बिजली कंपनी ने आरएपीडीआरपी के तहत बिलिंग सिस्टम को अपडेट करने के लिए टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस से कस्टमर केयर एंड बिलिंग (सीसीएंडबी) का नया साफ्टवेयर डिजाइन करवाया है। इसके जरिए बिल वितरण का काम पहले वेस्ट डिवीजन में फिर साउथ डिवीजन में शुरू हुआ। अभी तक बिलिंग के लिए रेवेन्यू मैनेजमेंट सिस्टम (आरएमएस) का इस्तेमाल किया जा रहा था।
जल्द दूर करेंगे दिक्कत
हां, मैं मानता हूं कि बिलों में गड़बड़ी हुई है, लेकिन जब किसी नए साॅफ्टवेयर में डाटा ट्रांसफर किया जाता है तो थोड़ी दिक्कत आती ही है। फिर भी हम इस गड़बड़ी को जल्द दूर कर लेंगे।
विवेक पोरवाल, सीएमडी, बिजली कंपनी