शहरी स्वास्थ्य मिशन में मनमानी भर्ती का लाइसेंस दिया किसने

भोपाल। शहरी स्वास्थ्य मिशन में चल रहीं भर्तियों में अधिकारियों की मनमानी साफ दिखाई दे रही है और इसी के साथ यह भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि अभ्यर्थियों की शिकायतों पर कोई कार्रवाई भी नहीं की जा रही है। जो न्यायसंगत प्रक्रिया 2012 में अपनाई गई थी, उसे बदलकर मनमानी प्रक्रिया 2014 में उपयोग की जा रही है। जबकि स्वास्थ्य मंत्री से लेकर सचिव तक खुद को सबसे ईमानदार प्रमाणित करते हैं, सवाल यह उठता है कि फिर भर्ती में मनमानी का लाइसेंस अधिकारियों को दिया किसने।

पढि़ए मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम भेजा गया यह शिकायती पत्र जो भोपाल समाचार डॉट कॉम को प्रतिलिपि किया गया:-

प्रति,
माननीय मुख्यमंत्री महोदय
मध्यप्रदेश शासन
भोपाल
बिषय:-शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम(एन.आर.एच.एम.) के अंतर्गत रिक्त जिला स्तरीय संविदा पदों की पुनरीक्षित (रिवाईज्ड) सूची जारी करवाने के संबंध में।

माननीय महोदय,
उपरोक्त विषय में निवेदन है कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन भोपाल द्वारा एम.पी.ऑनलाईन के माध्यम से नेशनल अर्बन  हैल्थ मिशन के जिला स्तरीय पदों की चयन सूची जारी की गई है जिसमें कई आवेदकों द्वारा गलत जानकारियां दर्ज कराई गईं थीं। गलत जानकारी दर्ज कराये जाने के कारण वे अन्य सही जानकारी वाले आवेदकों से वरीयता सूची में ऊपर आ गये है। जिसकी शिकायत श्रीमान् मुख्य सचिव महोदय, श्रीमान् प्रमुख सचिव महोदय स्वास्थ्य, श्रीमान् मिशन संचालक महोदय एन.आर.एच.एम., व स्वयं श्रीमान् को 181 तथा समाधान ऑनलाईन के माध्यम से पूर्व में की जा चुकी है।

महोदय निवेदन है कि दिनंाक 08.12.14 को सिटी प्रोग्राम मैनेजर व 09.12.14 को सलाहकार अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी के दस्तावेज सत्यापन व साक्षात्कार संपन्न किये गये तथा अपात्र आवेदकों की सेवा निरस्त की जाकर सूचना प्रेषित की जा रही है।

महोदय प्रार्थी का निवेदन निम्नानुसार है-

1. यह कि यदि पूर्व में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में (वर्ष 2012 एवं 2013 में) अनुसार भर्ती प्रक्रिया की गई जो कि शासन के नियमानुसार सही थी (पहले आवेदन फिर दस्तावेज सत्यापन एवं साक्षात्कार तत्पश्चात जिला आवंटन)। तो फिर वर्ष 2014 से नवीन तथा विवादास्पद भर्ती प्रक्रिया क्यों शुरु की गई। शहरी स्वास्थ्य मिशन की भर्ती प्रक्रिया में ऐसा क्यों नहीं किया गया। (संबधित अधिकारी जिम्मेदार है)

2. यह कि यदि किसी गलत भर्ती प्रक्रिया के कारण पात्र आवेदक अपने प्रथम वरीयता जिले से वंचित हो जाता है तो संबंधित अधिकारी हुई गलती को मानते हुये नवीन पुनरीक्षित सूची जारी करते है जो कि नवीन नियुक्ति की श्रेणी में आता है न कि स्थानांतरण की सूची में क्योंकि गलती संबंधित अधिकारियों/शासन की है न कि आवेदकों की, शहरी स्वास्थ्य मिशन की भर्ती प्रक्रिया में ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है। (संबधित अधिकारी जिम्मेदार है)

3. यह कि उक्त विवादास्पद सूची माह अक्टूबर 14 के मध्य में जारी की गई थी जिसकी सूचना तत्काल (माह अक्टूबर 14 में सूची जारी होने की तीन दिवस के अंदर ही) प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य, मिषन संचालक एनआर.एच.एम., डॉ. राजीव श्रीवास्तव, उप संचालक मानव संसाधन, तथा स्वयं श्रीमान् को फैक्स द्वारा तथा जनशिकायत 181 के माध्यम से की गई थी। इसके पश्चात् भी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जिलो को नियुक्ति आदेश जारी करने हेतु विवादास्पद पत्र जारी किये, जो कि नियमानुसार नहीं करने चाहिये थे। तथा जो कार्यवाही दिनांक 08.12.14 तथा 09.12.14 को की गई वो पूर्व में (माह अक्टूबर एवं नबंवर 14 में) की जानी थी। जिससे अपात्र आवेदक चयन प्रक्रिया से बाहर हो जाते तथा चुने हुये अभ्यार्थियों को उनका चयनित जिला आवंटत हो जाता। शहरी स्वास्थ्य मिषन की भर्ती प्रक्रिया में ऐसा क्यों नहीं किया गया। (संबधित अधिकारी जिम्मेदार है)

4. यह कि दिनांक 08.12.14 तथा 09.12.14 को हुये दस्तावेज सत्यापन एवं साक्षात्कार उपरांत जब पात्र आवदकों द्वारा उप संचालक मानव संसाधन तथा मिषन संचालक महोदय से सूची पुनरीक्षित (रिवाईजड) करने की बात कही तो वो लोग प्रार्थी को डराने घमकाने लगे। तथा सूची पुनरीक्षित करने से साफ मना कर दिया। जो कि नियमानुसार सही नहीं है आवेदकों द्वारा सूची को रिवाईज्ड करने का निवेदन किया जा रहा था। शहरी स्वास्थ्य मिषन की भर्ती प्रक्रिया में ऐसा क्यों नहीं किया गया। (संबधित अधिकारी जिम्मेदार है)

5. यह कि शासन द्वारा किसी भी भर्ती प्रक्रिया में प्राप्त आवेदनों मे से शासन के नियमानुसार एक पद हेतु तीन आवेदकों को साक्षात्कार हेतु बुलाया जाता है तत्पष्चात् योग्य आवेदकों की सूची बनाकर जिले आवंटित किये जाते है तथा प्रतीक्षा सूची जारी की जाती है जिससे पात्र उम्मीदवारों को चयन होता है। शहरी स्वास्थ्य मिषन की भर्ती प्रक्रिया में ऐसा क्यों नहीं किया गया। (संबधित अधिकारी जिम्मेदार है)

6. यह कि यदि किसी भर्ती प्रक्रिया में 80 फीसदी अपात्र आवेदकों के कारण पात्र आवेदक अपने प्रथम वरीयता प्राप्त जिले से वंचित हो जाते हैं तो अपात्र आवेदकों को हटाकर रिवाईज्ड सूची जारी की जाती है। शहरी स्वास्थ्य मिषन की भर्ती प्रक्रिया में ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है। (संबधित अधिकारी जिम्मेदार है)

7. यह कि पूर्व में आदरणीय श्री प्रबीर कृष्ण, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा औषधि अवमानक खरीदी प्रकरण में एक सचंालक महोदय को निलंबित कर दिया गया था तो फिर उक्त भर्ती प्रक्रिया में अपात्र उम्मीदवारों के चयन उनके वेतन आहरण से शासन को जो हानि हुई है (राषि लगभग 1000000.00 अंकों में दस लाख रुपये) उसके जिम्मेदर अधिकारियों के खिलाफ उनके द्वारा क्या कार्यवाही की जा रही है। श्रीमान् प्रमुख सचिव महोदय को कई बार उनके ई-मेल पर पत्र के माध्यम से सूचित किया गया किन्तु उनके द्वारा कोई कार्यवाही न किया जाना संदेहास्पद है। प्रमुख सचिव महोदय अनुभवी तथा योग्य है फिर उनके द्वारा इस भर्ती प्रक्रिया में कोई कदम/कार्यवाही न किया जाना विचारणीय है।

महोदय प्रार्थी का यह निवेदन है कि क्या आपकी शासन के अधिकारियों पर अब इतनी भी पकड़ नहीं रही है तथा इन तरह के अधिकारियों को आपका अथवा आपके द्वारा की जाने वाली कार्यवाही को कोई भय नहीं है। या फिर आपके शासन में अफसरसाही, लालफीतासाही इतनी हावी हो चुकी है कि वो आपकी बात ही नहीं मान रहें है न उनको आपका कोई डर है। अथवा आपकी भी यही सोच यही है कि अब सारे प्रकार के चुनाव हो चुकें है तथा प्रदेष की जनता, युवाओं से अब आपका कोई वास्ता नहीं है इसलिये ये लोग आपका कुछ नहीं कर सकते और न ही आपके इन भ्रष्ट अधिकारियों का।

अत: महोदय से पुन: करबद्ध निवेदन है कि यदि आप एक कुषल प्रषासक है तो यह साबित करते हुये उक्त पदों हेतु पात्र आवेदकों की पुनरीक्षित (रिवाईजड) सूची जारी करवाने कृपा करें तथा इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों के खिलाफ जिन्होंने शासन के नियमों की अवहेलना की है, के खिलाफ कठोर अनुषासनात्मक कार्यवाही करने की कृपा करें।

अजय पाल
जिला जबलपुर
प्रतिलिपि-
1. श्रीमान् मुख्य सचिव महोदय, मध्यप्रदेष शासन
2. श्रीमान् प्रमुख सचिव महोदय, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मध्यप्रदेष भोपाल
3. श्रीमान् आयुक्त महोदय, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मध्यप्रदेष भोपाल
4. श्रीमान् मिषन संचालक महोदय, एन.आर.एच.एम. मध्यप्रदेष भोपाल
5. श्रीमान् उप संचालक, मानव संसाधन, एन.आर.एच.एम. मध्यप्रदेष भोपाल
6. श्रीमान् संपादक महोदय भोपाल समाचार डॉट कॉम



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