हैदराबाद। बीजेपी चीफ अमित शाह ने कहा कि कुछ पार्टी नेताओं की बयानबाजी भारी पड़ रही है। शाह ने गुरुवार को माना कि धर्मांतरण पर नेताओं के बयान से बीजेपी की छवि खराब हो रही है। बीजेपी चीफ ने कहा कि हमारे विधायक और सांसद इस तरह के बयान देंगे तो पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अमित शाह हैदराबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
शाह ने कहा कि वह अपने सहयोगियों को हमेशा सलाह देते हैं कि बोलते वक्त संयम रखें। बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने सभी हिन्दुओं से चार बच्चे पैदा करने की अपील की थी। इस बयान को अमित शाह ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पार्टी इससे सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह निजी बयान है जिसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है।
शाह ने कहा कि इस तरह के बयानों से सरकार का डिवेलपमेंट अजेंडा प्रभावित हो रहा है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि साक्षी महाराज मीडिया के लिए हैं। शाह ने मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन के प्रेजिडेंड असदुद्दीन ओवैसी के घर वापसी के बयान पर कोई भी टिप्पणी करने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जबरन धर्मांतरण केवल प्रभावी कानून से ही रुक सकता है।
अमित शाह ने कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कथित रूप से एक भी सेक्युलर पार्टी संसद में धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाने का समर्थन नहीं कर रही। हम संसद में धर्मांतरण के खिलाफ बिल लाना चाहते हैं। यदि आपको धर्मांतरण से समस्या है तो इस बिल का समर्थन करना चाहिए।' शाह ने पूछा कि क्या जबरन धर्मांतरण मीडिया में डीबेट से बंद हो जाएगा? इस देश को मीडिया चलाएगा या कानून? यदि इस देश को कानून चलाता है तो जबरन धर्मांतरण के खिलाफ प्रभावी कानून बनाने की जरूरत है।