नई दिल्ली। यूपीए सरकार में पर्यावरण मंत्री रहीं जयंती नटराजन ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है. जयंती नटराजन ने आरोप लगाया है कि जब वे पर्यावरण मंत्री थीं तब राहुल ने उनसे कई प्रोजेक्ट्स की पर्यावरण से जुड़ी मंजूरी रोकने को कहा था. उन्होंने कहा है कि राहुल की ओर से तो ये अनुरोध बताया जाता था लेकिन ये उनके लिए आदेश के बराबर होता था. जयंती कहती हैं, 'मैंने उनके अनुरोधों का सम्मान किया.'
ये तममा बातें उस चीट्ठी में सामने आई हैं जो जयंती नटराजन ने सोनिया गांधी को लिखी थी. नवंबर 2014 में जयंती नटराजन ने सोनिया गांधी को ये चिट्ठी लिखी थी. यह चिट्ठी अंग्रेजी अख़बार 'द हिदू' के पास उपलब्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि जब पार्टी में काम करने के बहाने दबाव डालकर उनसे इस्तीफा दिलवाया गया था तब अगले ही दिन फिक्की में उद्योगपतियों के बीच जाकर राहुल ने कहा कि अब आपको (उद्योगपतियों को) कोई दिक्कत नहीं होगी.
जयंती ने यह भी आरोप लगाया कि उनपर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के कैबिनेट मंत्रियों की ओर से भी कई बड़े प्रोजेक्ट्स को पर्यावरण की मंजूरी देने का दवाब था लेकिन वे दवाब में नहीं आईं.
जयंती ने चिट्ठी में एक गंभीर आरोप यह भी लगाया है कि एक व्यक्ति ने उनके खिलाफ मीडिया में गलत और प्रायोजित प्रचार किया. बताते चलें कि जयंती नटराजन को दिसंबर 2013 में सरकार से हटाकर कांग्रेस पार्टी के संगठन में लाया गया था. तब ये प्रचार हुआ था कि जयंती के कारण कई प्रोजेक्ट्स अटके हुए हैं क्योंकि वे इन प्रोजेक्ट्स को मंजूरी नहीं देती हैं.
जयंती नटराजन की इस चिट्ठी का निचोड़ निकाला जाए तो यह बात सामने आती है कि राहुल गांधी यूपीए-2 के वक्त सरकार के फैसलों में दखल देते थे. कांग्रेस लगातार इन आरोपों को नकारती रही है कि राहुल का सरकार की नीतियों में दखल था.