भोपाल। मध्यप्रदेश में खाली पड़े निगम मंडलों के अध्यक्ष पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि भाजपा के इलाकाई दिग्गजों को इसी महीने लालबत्त्यिों का बंटोना बंट जाएगा। बता दें कि पिछले एक साल से निगम मण्डलों में नियुक्तियां लटकी हुईं हैं। कहीं चुनावों में गद्दारी ना हो जाए इस डर से नियुक्तियों को रोक दिया गया था।
शिरडी से आज लौटने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निगम-मंडलों में होने वाली नियुक्तियों को लेकर बैठक की। गौरतलब है कि विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव के बाद से वे नेता जो किन्हीं कारणों से टिकट की रेस में पिछड़ गए थे, निगम-मंडल के मार्फत मिलने वाली लालबत्ती का इंतजार कर रहे हैं। इसके लिए वे संगठन नेताओं से मिलकर अपनी दावेदारी भी जता चुके हैं।
सूत्रों की माने तो संगठन इन पदों के लिए दो दर्जन नामों की सूची भी मुख्यमंत्री के पास भेज चुका है। इस पर अंतिम फैसला सीएम संगठन नेताओं से चर्चा के बाद लेंगे। जानकारी के मुताबिक तीन को केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भोपाल में रहेंगे। सुबह सीएम हाऊस में चारों नेताओ के बीच होने वाली मंत्रणा में नाम तय किये जायेंगे। इसके अलावा चारों नेता भोपाल, इंदौर, जबलपुर और छिंदवाड़ा मे होने वाले मेयर के चुनाव के लिये नाम भी तय करेंगे। इन नामों को पांच को होने वाली प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में रखा जायेगा।
लंबे समय से रिक्त हैं पद
निगम-मंडल और आयोगों में पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं। महिला आयोग, सफाई कामगार आयोग, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग आयोगों को मिलाकर लगभग सभी आयोगों में अध्यक्ष और सदस्यों के पद खाली हैं जिसके कारण उनका कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। इसी तरह इंदौर विकास प्राधिकरण को छोड़कर प्रदेश के सभी प्राधिकरणों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद रिक्त हैं। भाजपा नेता लंबे समय से इन पदों के लिये दावेदारी कर रहे हैं। कुछ नेता इसके लिये दिल्ली में नेताओं की गणेश परिक्रमा भी कर चुके हैं। सूत्रों की माने तो सीएम जनवरी के दूसरे हफ्ते में लालबत्ती पाने वाले नेताओं के नाम का ऐलान कर सकते हैं।