हैदराबाद। कल तक पाकिस्तानी झंडों के साथ आमसभाएं करने वाले सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज मिलाद-उन-नबी एक आमसभा को संबोधित करते हुए देशभक्ति की गीत गाए, भारत के अपने पैतृकों की जन्मभूमि बताया और जकीउर रहमान लखवी और हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।
मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि भारत हमारा पित्र देश है. उन्होंने कहा कि पूरी मानव जाति के पिता आदम भारत में ही अवतरित हुए थे. उन्होंने घर वापसी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर उनकी आलोचना की.
ओवैसी ने कहा, 'आपने एक बार भी सोचा कि देश के साथ क्या होगा. विदेशी मुद्रा भारत कैसे आएगी. आपने घोषणा की कि आप 100 अरब डॉलर ले आएंगे. क्या ऐसे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आएगा.'
एमआईएम के अध्यक्ष ने इस्लाम को आतंकवाद से जोड़े जाने की निंदा की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को सिर्फ इस्लाम की शिक्षा से ही धरती से मिटाया जा सकता है. उन्होंने कहा, 'इस्लाम आतंकवाद और दबाव को दूर करने आया है. अल्लाह ने पैगंबर मोहम्मद को रहमत-उल-लिल अलामीन बना कर भेजा है.'
जकीउर रहमान लखवी और हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए औवैसी ने कहा कि देश के दुश्मन इस्लाम के दुश्मन हैं. उन्होंने कहा कि एमआईएम का बीजेपी के साथ राजनीति मतभेद है, लेकिन वह देश के दुश्मनों के खिलाफ उठाए गए कदम पर इसका समर्थन करेंगे और इस विषय पर संसद में अपना पक्ष साफ कर दिया गया है.
इसके साथ साथ औवेसी ने इस्लाम का प्रचार एवं संघ पर कटाक्ष भी किया, परंतु यह मर्यादित था, इसमें पहले जैसे जहर बूझे शब्दों का उपयोग नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इस्लाम सभी धर्मों का वास्तविक घर है और जब सभी धर्मों के लोग इसे अपनाएंगे, तब यह वास्तविक 'घर वापसी' होगी.
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि सभी बच्चा मुस्लिम पैदा होता है, लेकिन माता-पिता उसे अन्य धर्म में बदल देते हैं. उन्होंने मिलाद-उन-नबी के अवसर पर शनिवार को एक आम सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'जब अन्य धर्मों के लोग इस्लाम अपनाएंगे तब वह वास्तविक घर वापसी होगी.'
एमआईएम नेता ने कहा कि संघ परिवार घर वापसी के नाम पर एक अभियान चला रहा है. उन्होंने एमआईएम के मुख्यालय दारुस्सलाम में कहा, 'मुसलमानों को पांच लाख रुपये और ईसाइयों को दो लाख रुपये का लालच दिया जा रहा है. सिर्फ पांच लाख रुपये? क्या मजाक है. अगर आप विश्व की सारी संपत्ति भी दे दें तो मुसलमान इस्लाम नहीं छोड़ सकते.'
मुस्लिम नेता ने सभी धर्मों के लोगों को इस्लाम अपनाने का न्योता दिया, लेकिन यह भी साफ किया कि इसे लेकर कोई दबाव नहीं है. उन्होंने कहा, 'आप वापस आइए. हम आपको पैसा नहीं दे सकते, लेकिन आपको दुनिया में और इसके बाद सफलता की गारंटी देते हैं.'
