अहमदाबाद। अहमदाबाद में आरएसएस चिंतन शिविर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर हिंदुत्व पर जोर देते हुए देश सेवा का संकल्प दोहराया। स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि भारत दुनिया को सीख देता रहा है। भारत दुनिया का बड़ा भाई। देश को रूढ़ियों से मुक्त करना है। सबको देश को अपना समझना होगा। कट्टरता की वजह से आतंकवाद बढ़ा है।
भागवत ने कहा कि आरएसएस संस्कार देने वाला संगठन हैं। कार्यकर्ता हिंदू समाज को संगठित करें। मतभेदों को दूर कर देश सेवा करें। ये देश परंपरा से हिंदू देश है। देश के भले बुरे का जिम्मेदार हिंदू। हिंदू समाज खतरे में तो देश खतरे में हैं। अगर हम तैयार हैं तो कोई हमें रोक नहीं सकता। सबको स्वीकार करो, सबको साथ लेकर चलो।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि समाज सरकार पर निर्भर, सरकार भरोसे ना रहे समाज। सरकार सब कुछ नहीं कर सकती। देशवासियों को संपूर्ण देश अपना लगे। विविधता में एकता हमारी पहचान है। अगर हिंदू एक हो जाए तो देश की तरक्की पक्की। दुनिया भी भारती की तरक्की चाहती है। भागवत ने कहा कि संघ को जानने के लिए इसमें आना जरूरी है। अंदर आएं और अगर संघ अच्छा लगे तो स्वयंसेवक बनें।
