मोदी के विदेशी सूट से संघ नाराज

भोपाल। यदि आप संघ से तात्पर्य मोहन भागवत नहीं बल्कि संघ के जमीनी स्वयं सेवक से निकालते हैं जो यह कहा जाना उचित होगा कि मोदी के विदेशी सूट से संघ नाराज है, खासकर संघ के स्वदेशी जागरण मंच से जुड़े स्वयं सेवक।

जहां एक ओर संघ स्वदेशी अपनाने पर जोर देता है वहीं संघ का एक प्रचारक जो प्रधानमंत्री बन गया है, के विदेशी सूट पहने जाने पर स्वयंसेवक खासे निराश हैं और इसे महज सत्ता का सहज प्रभाव मानने को तैयार नहीं है।

पढ़िए संघ के लिए जीवन समर्पित कर देने वाले श्री हरिहर निवास शर्मा की फेसबुक वॉल ​से लिया गया यह लेख:-

नरेंद्र मोदी के जिस नामलिखे सूट की चर्चा आजकल सरगर्म है उसके विषय में नवभारत टाईम्स ने खुलासा किया है| समाचार पत्र ने लंदन ईवनिंग स्टैंडर्ड अखबार के हवाले से लिखा है कि मोदी के इस सूट का कपड़ा लन्दन की सैविल रो स्ट्रीट की ख्यातनाम कम्पनी होलेन्ड एंड शेरी ने बनाया था| हॉलैंड ऐंड शेरी के एक प्रतिनिधि ने अपना नाम न छापने की शर्त पर टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि ऐसा नाम लिखा कपड़ा उनके खास कलेक्शन का हिस्सा है। इस कंपनी का भारतीय कंपनी डिगजैम से टाई-अप है, जो इसका कपड़ा बेचती है।

हॉलैंड ऐंड शेरी के ऐसे कपड़े की कीमत 1,000 से 1,500 पाउंड (करीब 93,500 से 1,40,200 रुपये) प्रति मीटर होती है और एक सूट तैयार करने में करीब 6 से 7 मीटर कपड़ा लगता है। इस तरह एक सूट के कपडे की कीमत लगभग दस लाख होती है| कपड़ा तैयार करने में लगभग ढाई से तीन महीने का समय लगता है|

इसी जानकारी के आधार पर आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधान मंत्री पर निशाना साधा है| यह बात उतना महत्व नहीं रखती, जितनी अहम् यह है कि स्वयं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक ही नहीं प्रचारक बताने वाले नरेंद्र मोदी संघ के विचार से अनुप्राणित संगठन स्वदेशी जागरण मंच की स्वदेशी अवधारणा के पूरी तरह विपरीत आचरण करते दिखाई दे रहे हैं| वे सादगी और स्वदेशी दोनों ही अवधारणाओं से कोसों दूर दिखाई दे रहे हैं| इसे महज सत्ता का सहज प्रभाव कहकर नहीं टाला जा सकता| मोदी जी के इस आचरण से संघ स्वयंसेवकों को निराशा होना स्वाभाविक है|

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