भोपाल| पैरामेडिकल कॉलेजों में स्कॉलरशिप बांटने में हुई गड़बड़ी के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने शहर के 20 कॉलेज संचालकों की जांच शुरू कर दी है। लोकायुक्त ने तीन अलग-अलग शिकायतों के बाद मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसमें यह भी पता लगाया जा रहा है कि कॉलेज संचालकों ने सरकार से स्कॉलरशिप के नाम पर कितनी रकम ली और उसमें से कितनी संबंधित छात्रों को दी गई।
लोकायुक्त पुलिस ने ऐसे ही मामले में सोमवार शाम मेयो कॉलेज के संचालक डॉ. एके जायसवाल के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग के तत्कालीन जिला संयोजक अनिल श्रीवास्तव, तत्कालीन क्षेत्रीय संयोजक नरेंद्र अवस्थी, तत्कालीन मंडल संयोजक सिराजुद्दीन काजी, नोडल एजेंसी का काम देख रहे खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य बीएम गुप्ता समेत अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है।
जांच में वित्तीय वर्ष 2009-2010 में करीब 26 लाख रुपए की गड़बड़ी सामने आई है। मेयो कॉलेज में वित्तीय वर्ष 2009-2010 की जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद वर्ष 2010-2011 में बांटी गई स्कॉलरशिप की जांच भी शुरू कर दी गई है। डीएसपी जेआर रघुवंशी ने इसकी पुष्टि की है। इनमें भोपाल उसके आस-पास के क्षेत्रों में कॉलेज चला रहे संचालकों पर भी सरकारी पैसे के दुरुपयोग का आरोप है।
वर्ष 2010-2011 की भी जांच शुरू
मेयो कॉलेज में वित्तीय वर्ष 2009-2010 की जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद वर्ष 2010-2011 में बांटी गई स्कॉलरशिप की जांच भी शुरू कर दी गई है। डीएसपी जेआर रघुवंशी ने इसकी पुष्टि की है।