भोपाल। बुधवार को कोलार नगर पालिका के दैनिक वेतन भोगी परिश्रमिक में बदलाव नहीं करने की गुहार लगाने भोपाल नगर निगम के दफ्तर गए हुए थे। यहां पहुंचे कर्मचारियों ने कमिश्नर तेजस्वी एस नायक को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में कोलार नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारियों ने मांग की थी, कि उन्हें 89 दिवस से हटाकर 25 दिवसीय किए गए फरमान पर विचार किया जाए।
जब ये ज्ञापन तेजस्वी एस नायक के पास पहुंचा तो उन्होंने इस कर्मचारियों की समस्या का निदान करने की बजाए अपर आयुक्त जीपी माली को मामला देखने की बात कहते हुए कर्मचारियों को चलता कर दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने अपर आयुक्त जीपी माली को अपनी दुविधा सुनाई, इस पर माली ने कहा कि तुम्हें काम करना है तो 25 दिवस में करो, नहीं तो जो करना है करो, यदि तुम हड़ताल पर गए तो तुम सबको नौकरी से बाहर निकाल दूंगा। आज बुधवार को अपर आयुक्त से मिलने वालों में कुछ महिलाएं भी थी, इन्हीं के सामने माली से इस तरह के शब्दों का प्रयोग किया।
कोलार नगर पालिका के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अब हम अपर आयुक्त जीपी माली के खिलाफ इस तरह के व्यवहार करने की शिकायत सीएम से करेंगे। साथ ही इस तरह यदि परिश्रमिक में बदलाव किया गया तो ये भी कर्मचारियों का हनन करना है।
इन्होंने आगे बताया कि 2007 से वह कोलार नगर पालिका में कार्यरत है और तभी से उन्हें 89 दिवसीय परिश्रमिक दिया जा रहा है, लेकिन जैसे ही कोलार नपा का विलय नगर निगम भोपाल में हुआ तो यहां पर परिश्रमिक कम कर 25 दिवसीय फरमान जारी कर दिया गया। इन्होंने बताया कि इस तरह यदि कर्मचारियों के हितों का ख्याल नहीं रखा जाएगा तो वह इसकी खिलाफत करेंगे। जब इस संबंध में नगर निगम कमिश्नर तेजस्वी एस नायक से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने काल रिसीव नहीं किया।