भोपाल। प्रदेश के कई इलाकों में शुक्रवार को इस सीजन में मावठे की पहली बरसात हुई। इससे अधिकतर स्थानों पर ठंडक बढ़ गई। राजधानी में शाम को करीब एक घंटे तक तेज बारिश हुई। रात 11:30 बजे तक 7.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। जो देर रात तक रुक-रुक कर जारी रही।
राजगढ़ के छीपाखेड़ा में आेले गिरे हैं। सीहोर, विदिशा, गुना में भी तेज बारिश के समाचार है। प्रदेश में खजुराहो सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
फसलों के लिए अमृत
सीहोर स्थित आरएके कृषि कॉलेज के कृषि वैज्ञानिक डॉ. एससी गुप्ता के अनुसार फसलों के लिए यह हल्की बारिश अमृत के समान है। चना और गेहूं के लिए यह बहुत अच्छी है। इससे पैदावार अच्छी होगी।
गिरी बिजली, 2 की मौत
अशोकनगर के बांसापुर गांव में 17 वर्षीय किशोरी मधु और राजगढ़ जिले के माचलपुर में 24 साल के युवक की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई।
चार साल बाद भीगा दिसंबर
राजधानी में शुक्रवार की शाम से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। चार साल बाद दिसंबर में बारिश के कारण शहर तरबतर हुआ। शुक्रवार को शुरू के महज चार घंटे में 7.2 मिलीमीटर बरसात दर्ज हुई। बारिश से सड़कों और इलाकों में पानी भरने से जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार शनिवार को भी शहर में बारिश हो सकती है। रविवार से बादल छंटने का अनुमान है। इसके बाद शहर का न्यूनतम तापमान गिरेगा और ठंडक के तेवर तीखे हो जाएंगे।
गुरुवार को राजधानी में इस सीजन का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया था। शुक्रवार की सुबह से बादलाें की मौजूदगी के चलते मौसम के तेवर तीखे होने के आसार थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दोपहर में कुछ देर के लिए धूप निकली, लेकिन शाम को बारिश शुरू हो गई।
पिछले तीन साल सूखा रहा दिसंबर
स्थानीय मौसम केंद्र के मुताबिक बीते तीन सालों में दिसंबर में बिल्कुल बारिश रिकॉर्ड नहीं हुई। मौसम वैज्ञानिक एसके डे ने बताया कि दिसंबर में बारिश होना कोई असामान्य बात नहीं है। राजधानी में इससे पहले सन 2010 में दिसंबर में 3.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। इससे पहले सन 2009 में इस महीने में 3.55 मिमी बरसात हुई थी।
आधे शहर में अंधेरा
बारिश की वजह से नए शहर के कोलार रोड, साउथ टीटी नगर, एमपी नगर, अरेरा कॉलोनी और भेल क्षेत्र में बिजली गुल रही। पुराने शहर में बुधवारा, शाहजहांनाबाद, गिन्नौरी, लिली टॉकीज के आसपास बिजली सप्लाई बाधित रही। बिजली कंपनी के कॉल सेंटर में रात तक 300 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं। लेकिन अधिकांश इलाकों में बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो सकी।
वहीं बारिश के कारण बोर्ड ऑफिस चौराहा, शिवाजी नगर चौराहा, हबीबगंज अंडरपास व पुराने शहर के कई अन्य इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया। इससे वहां ट्रैफिक बुरी तरह बाधित हुआ।
नमी का असर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राज्य के पश्चिमी हिस्से में बने ऊपरी हवा के चक्रवात से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार आ रही नमी बारिश की वजह बनी। इस चक्रवात और नमी के असर से शनिवार को भी यहां बादल छाए रहने और बरसात होने के आसार हैं।
आज भी बारिश की संभावना
ऊपरी हवा के चक्रवात की वजह से शनिवार को भी बादल छाए रहेंगे। कई स्थानों पर बारिश की संभावना।