भोपाल। राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को रोकने के लिए मध्य प्रदेश (एमपी) पुलिस ने उच्च तकनीक का सहारा लिया है। पुलिस ने रविवार को दो एप्लीकेशन लॉन्च किए हैं। पहला ग्वालियर पुलिस एप और दूसरा वुमन सेफ्टी एप, यह दोनों ही शहरवासियों की सुरक्षा के लिए डिजाइन किए गए हैं। ग्वालियर पुलिस एप में जहां आम शहरवासी ऐसी कोई भी जानकारी जो वह पुलिस अधिकारियों से शेयर करना चाहते हैं, डाल सकते हैं। यहां शिकायत भी दर्ज कराई जा सकती है।
एएसपी संतोष सिंह ने कहा कि एप पर प्रेस करते ही उन्हें एक रिफ्रेंस आईडी भी मिलेगी, जिससे वह अपनी शिकायत या सुझाव का स्टेटस भी चेक कर सकते हैं। ठीक इसी तरह वुमन सेफ्टी एप (डब्ल्यू सेफ्टी एप) है। यह सिर्फ छात्राओं, युवतियों व महिलाओं के लिए है। किसी भी परेशानी के समय यहां स्क्रीन टच करते ही पुलिस आपकी मदद के लिए हाजिर होगी।
ग्वालियर पुलिस एप, यह आम शहरवासियों को पुलिस के नजदीक लाने व भरोसा जीतने के लिए बनाया गया है। एप को डाउनलोड करने के बाद आप पुलिस से अपनी कोई भी स्टोरी (आम लोगों को जागरूक करने वाली घटना) को शेयर कर सकते हैं। साथ ही पुलिस को कोई सूचना या हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत भी कर सकते हैं।
वुमन सेफ्टी एप पूरी तरह महिलाओं व छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान रखकर डिजाइन किया गया है। इस एप की मदद से किसी भी समय छात्रा या महिलाएं पुलिस की मदद ले सकती हैं। इस एप को भी क्रेसोल कंपनी ने ही डिजाइन किया है। गुगल प्ले स्टोर में जाकर इस एप को आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।
गुगल प्ले स्टोर में जाकर आप डब्ल्यू सेफ्टी एप टाइप करेंगे तो इंस्टॉल हो जाएगा। इसके बाद एप प्रेस करते ही ऑप्शन (नेम, गार्जियन नंबर , सेकंड गार्जियन नंबर व सिटी) आएगा। नेम की जगह एप यूज करने वाले का नाम। गार्जियन नंबर की जगह पिता या मां सहित ऐसे किसी व्यक्ति का नंबर जिसे पहली सूचना देना हो। सेकंड गार्जियन नंबर में प्राथमिकता से दूसरा नंबर। लास्ट ऑप्शन सिटी है, जो ग्वालियर ही रहेगा। क्योंकि यह एप सिर्फ जिले के लिए है।