भोपाल। कोलार सहित पूरे पुलिस डिपार्टमेंट और भाजपा में कलशाम से सिर्फ एक ही सवाल गूंज रहा है कि 'ये भाजपा नेत्री ओर पुलिसवाले के बीच चल क्या रहा है'। दरअसल बीती शाम भाजपा नेत्री ने एक बार फिर पुलिस अधिकारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है जबकि पुलिस अधिकारी ने भाजपा नेत्री पर अपहरण और मारपीट का आरोप जड़ा है। अधिकारी अस्पताल में भर्ती भी है।
कोलार इलाके में भाजपा नेत्री और एएसआई के बीच चल रहे विवाद में नया मोड़ आ गया है। भाजपा नेत्री ने सोमवार को कोलार थाने में हंगामा मचाया। नेत्री का आरोप था कि शाम को एएसआई ने उनके घर में घुसकर उनसे ज्यादती का प्रयास किया।शोर मचाने पर वह मकान की छत के रास्ते से दूसरे मकान में कूदकर भाग गया।
इधर एएसआई का कहना है कि भाजपा नेत्री साथियों के साथ उसे व्यापमं चौराहा से अपनी कार में जबरदस्ती घर लाई। जहां उसकी वर्दी उतारकर उसके साथ मारपीट की गई।
भाजपा नेत्री ने दो महीने पहले कोलार थाने में एमपी नगर थाने में पदस्थ एएसआई आरपी सिंह के खिलाफ घर में घुसकर छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। उनकी शिकायत पर ही कोलार पुलिस ने दो दिसंबर को सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
सोमवार को हुए घटनाक्रम के संबंध में युवती का कहना है कि शाम को आरपी सिंह उसके घर आए और उससे जबरदस्ती करने की कोशिश की। नेत्री का आरोप था कि पुलिस, आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है। इस बारे में टीआई अखिलेश मिश्रा का कहना है कि सोमवार की शाम हुई घटना के संबंध में पूछताछ के लिए शिकायत का परीक्षण किया जा रहा है।
घर लाकर युवती ने की मारपीट: सिंह
जेके अस्पताल में भर्ती आरपी सिंह का कहना है कि वे सोमवार की शाम कार से वकील के पास जा रहे थे। व्यापमं चौराहे पर एक कार ने उन्हें टक्कर मारी। कार से दो युवक उतरे और उन्हें अस्पताल ले जाने के बहाने अपने साथ बैठा लिया। कार में उक्त युवती और उसका एक साथी भी था। युवती उन्हें अपने घर ले आई। यहां युवती के साथियों ने उनके साथ मारपीट की। जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी और पैर में फ्रेक्चर आया है।
सिंह के अनुसार इस नेत्री ने इसी साल चूनाभट्टी थाने में गिरीश दरयानी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था, जिसमें वे गवाह थे। बाद में नेत्री ने गिरीश से समझौता कर लिया और उन पर बयान बदलने के लिए दबाव डाला। बयान बदलने से इंकार करने पर उसने सात लाख रुपए मांगे। इंकार करने पर उन पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है।