किसान संघ ने मोदी को ललकारा, दी दिल्ली जाम करने की धमकी

भोपाल। भारतीय किसान संघ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ललकारा है। यादगार -ए-शाहजहांनी पार्क में संघ द्वारा आयोजित धरने को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री प्रभाकर केलकर ने कहा "नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बने छह माह हो गए। इन छह माह में उन्होंने किसानों के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। मोदी ऐसे मौन हैं जैसे कोई सांप सूंघ गया हो, लेकिन हमें सांप का जहर भी निकालना आता है।' उन्होंने कहा कि यदि किसानों की उपेक्षा वाला रवैया नहीं बदला गया तो किसान संघ दिल्ली में रास्ते जाम कर देगा।

केलकर जिस समय केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे थे, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मंच पर मौजूद थे। केलकर ने कहा कि भाजपा के लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में फसल के लागत मूल्य पर पचास प्रतिशत लाभांश देने का वादा किया गया था, लेकिन इसे पूरा करने के बजाय राज्यों को बोनस के भुगतान पर रोक लगा दी। केलकर के अनुसार यह प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि वह किसानों को और सुविधाएं दे।

बोनस की करेंगे भरपाई:सीएम धरने को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि केंद्र के निर्देश पर फसलों के समर्थन मूल्य पर बोनस नहीं दिया जा रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार किसानों का नुकसान नहीं होने देगी। बोनस की भरपाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव की आचार संहिता के कारण वे कोई घोषणा नहीं कर पा रहे हैं।

पीसीसी पहुंचे पदाधिकारी
धरने के बाद किसान संघ के पदाधिकारी क्षेत्रीय संगठन मंत्री के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने किसानों के हक में लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया।

किसानों की तकलीफ
गेहूं की फसल के लिए खाद नहीं मिल रही। एक दिन में केवल आठ घंटे बिजली मिल रही है। 
गौतम सिंह, (शुजालपुर)

287 रुपए बोरी के भाव वाली यूरिया 500 रुपए में मिल रही है। किसानों पर बिजली चोरी के गलत आरोप लगाए हैं।
बलराम गुर्जर, (हरदा)

गांवों में यूरिया रात के समय ब्लैक में बिकती है। जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने के लिए किसानों से वसूली हो रही है।
रणछोड़लाल पटेल, (देवास)

पंचायतों में भ्रष्टाचार हो रहा है
किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाओं के लिए पंचायतों में आने वाली राशि में भ्रष्टाचार हो रहा है। हम सब दूर शिकायत कर चुके हैं।
-कुंज बिहारी तिवारी (रीवा)

बांध का विरोध
नरसिंहपुर जिले के घूरपुर में नर्मदा नदी पर बनने वाले बांध के कारण 65 गांवों की जमीन डूब में आ रही है। जमीन डूब में आने की बात फैलते ही किसानों के बच्चों की शादी नहीं हो रही।
-राजेंद्र पटेल (नरसिंहपुर)


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