प्रांतीय स्तर पर गठित होगा अध्यापक शिक्षक संयुक्त मोर्चा

भोपाल। प्रदेश में शिक्षक सवर्ग की वकालत करने नाम पर प्रांतीयस्तर पर शिक्षक सवर्ग के पचासो संग़ठन बने हुये हे लेकिन शिक्षक सवर्ग की समस्याओं के निराकरण हेतु एक भी प्रांतीय संग़ठन या उसके कोई भी पदधिकारी शिक्षक सवर्ग की किसी भी समस्या का प्रांतीयस्तर से निराकरण करवाने का कभी कोई ठोस प्रयास नहीं करते हे जिसके कारण प्रदेश में शिक्षकों  समस्याएं जस की तस बनी हुई है।

शिक्षक सवर्ग के प्रांतीय संघठनो की उदासीनता व् फुट चलते प्रदेशभर के शिक्षक अपनी विभिन्न समस्याओ को लेकर त्रस्त हे और आज खुद सड़को पर उत्तर कर अपनी लड़ाई स्वयं लड़ने को  मजबूर हो रहे है। झाबुआ सहित प्रदेश भर के शिक्षक सवर्ग समस्याओ पर चर्चा करते हुए अध्यापक सयुंक्त मोर्चे की और से अरविन्द रावल ने बताया हे कि शिक्षक सवर्ग के दर्जनो संघठन और उनके प्रांतीय पदाधिकारी भोपाल  में बैठकर भी शिक्षक सवर्ग की दो दो चार चार लाईन के संशोधन आदेश अपने  विभाग प्रमुखों से जारी नहीं करवा सकते हे तो ऐसे शिक्षको के प्रांतीय संग़ठन और उनके नेताओ का फिर क्या औचित्य हे ? 

अगर ऐसे संघठनो और उनके पदाधिकारियों को  शिक्षक सवर्ग के दर्द से कोई सरोकार नहीं तो क्यूँ नहीं ऐसे संघठन के पदाधिकारी नैतिकता के नाम पर अपना इस्तीफा दे देते हे ? इस समय इंदौर संभाग के स्तर हजार शिक्षक ई अटेंडेंस व्यवस्था के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ रहे हे और शिक्षक सवर्ग के प्रांतीय संघठन के पदाधिकारी कुम्भकर्णीय नींद में सोये हुये हे ! अगर शिक्षक सवर्ग के प्रांतीय पदाधिकारी चाहते तो माननीय मुख्यमंत्रीजी या फिर प्रमुख सचिव से मिलकर  अब तक ई अटेंडेंस  व्यवस्था को लेकर कोई व्यापक हल निकाल सकते थे, लेकिन प्रांतीय पदाधिकरीयो की उदासीनता के चलते इंदौर संभाग के सभी जिलो के शिक्षक सवर्ग के सभी संगठनो के पदाधिकारियों ने भी प्रांतीयस्तर पर भी अध्यापक शिक्षक सयुक्त मोर्चा गठित करने का निर्णय लिया हे जिसमे प्रदेश भर के गुरूजी से लगाकर प्राचार्यस्तर तक के शिक्षको की मांगो व् समस्याओ का शासनस्तर से निराकरण करवाने का हर संभव प्रयास किया जायेगा !

सयुंक्त मोर्चे की  और से अरविन्द रावल ने चर्चा में आगे बताया हे कि  हमारा उद्देश्य कभी भी शिक्षक सवर्ग को बाटना या अलग संगठन बनाना नहीं हे ! और न ही हमारा उद्देश्य शिक्षक सवर्ग के नाम पर राजनीति करना हे ! हमारा एकमात्र उद्देश्य हे प्रदेश में शिक्षक सवर्ग  में एकजुटता स्थापित करना हे और शिक्षको के  सम्मान को बरक़रार रखना हे ! अगर हम शिक्षको के नाम बने कोई भी प्रांतीय संघठन या उसके कोई भी पदाधिकारी अभी भी शिक्षक हित में जागकर निस्वार्थ शिक्षक सवर्ग की लड़ाई प्रांतीयस्तर से लड़ते हे तो हम सभी शिक्षक साथी यह विश्वास दिलाते हे की प्रांतीय स्तर पर अध्यापक शिक्षक संयुक्त मोर्चा गठित नहीं होगा और यह वादा भी करते हे की जो भी संघ या उसके साथी शिक्षक सवर्ग के हित की लड़ाई सरकार से लड़ते हे तो उन्हें इंदौर संभाग के सतर हजार से ज्यादा शिक्षक साथियो का पुरजोर समर्थन प्राप्त होगा अन्यथा न्यायालय का फैसला आने बाद जल्द ही प्रदेशभर के शिक्षक सवर्ग के समस्त शिक्षक साथी अध्यापक शिक्षक सयुक्त मोर्चा बनाकर अब खुद ही सरकार से अपनी लड़ाई लड़ेगा ! 


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