भोपाल। राजधानी में नियमों के विपरीत स्कूल वैन का संचालन करने वालों ने गुरुवार से फिर बेमुद्दत हड़ताल करने की घोषणा की है। बीते पांच महीने में वे दूसरी बार हड़ताल कर रहे हैं। इस बार वो भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) के अधीन अपनी वैन का संचालन करने के आदेश का विरोध कर रहे हैं।
इस हड़ताल को लेकर वैन संचालक भी बंट गए है। एक धड़ा हड़ताल के समर्थन में है जबकि दूसरा धड़ा इसके खिलाफ है। बेमुद्दत हड़ताल का आह्वान स्कूल वाहन चालक कल्याण समिति ने किया है। उधर, जिला प्रशासन का कहना है कि अवैध स्कूल वैन के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
गत जुलाई के बाद ये दूसरा मौका होगा कि जब अभिभावकों को मनमाना परिवहन शुल्क देने के बाद भी बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर परेशान होना पड़ेगा। पुलिस और आरटीओ की कार्रवाई को आधार बनाकर हड़ताल करने का ऐलान करने वाले वैन संचालकों का कहना है कि वे वैन नियमानुसार चलाने के लिए तैयार हैं, बशर्ते उन्हें रियायत मिले। परिवहन मंत्री ने भी स्कूल शिक्षा मंत्री से चर्चा कर समस्या हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अभिभावकों को दी हड़ताल की सूचना
वैन संचालकों का कहना है कि उन्होंने अभिभावकों और प्रशासन को बेमुद्दत हड़ताल की जानकारी दे दी है। समिति के अध्यक्ष युनूस कुरैशी का कहना है कि गुरूवार को सभी वैन चालक अपनी मांगों के समर्थन में बीएचईएल स्थित दशहरा मैदान में अपनी वैन लेकर एकत्रित होंगे।
स्कूल वैन संचालक हड़ताल के बहाने प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे है लेकिन प्रशासन किसी दबाव में नहीं आएगा। सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले वैन संचालकों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी रहेगी।'
निशांत वरवडे, कलेक्टर
यह है स्थिति
4,320 वैन चलती हैं शहर के स्कूलों में
3,500 (करीब) वैन चलती हैं गैस किट से
80 हजार (करीब) बच्चे रोजाना स्कूल जाते हैं इन वैन से
2,000 वैन संचालक जा रहे हैं हड़ताल पर
103 वैन संचालकों ने ही लिया है आरटीओ से परमिट