सागर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने यहां बातों बातों में बड़ी बात कह डाली। गोल गोल शब्दों में उनका भावार्थ यह था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ अब क्षेत्रीय नेता रह गए हैं, मध्यप्रदेश अब केवल उनके ही हवाले है।
प्रेस से मुलाकात के दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे सभी बड़े नेता राज्य के अन्य निकायों में व्यस्त हैं। इसलिए यहां का स्टार प्रचारक तो मैं ही हूं।
अरुण ने कहा कि फिलहाल ज्योतिरादित्य सिंधिया मुरैना और कमलनाथ सतना में व्यस्त हैं। इसलिए यहां की जवाबदारी मेरी है। इससे पहले उन्होंने कहा कि पिछले 20-25 साल से नगर निगम की बागडोर भाजपा के पास है लेकिन शहर की स्थिति ज्यों की त्यों है। यहां के जनप्रतिनिधियों ने केंद्र से भेजे गए पैसे का दुरुपयोग किया है।
एस्सेल और मुख्यमंत्री की पार्टनरशिप के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर यह बात सच नहीं होती तो उज्जैन और ग्वालियर में सागर की तरह समस्याएं आने के बाद भी इस कंपनी को क्यों प्रश्रय दिया जा रहा है। चुनाव की निष्पक्षता के सवाल पर यादव ने कहा कि उज्जैन के तराना से सूचना आई थी कि वहां कि सभी ईवीएम खराब निकली। इस स्थिति में हम निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद नहीं कर रहे। हालांकि इस बारे में पार्टी ने अपनी बात राज्य निर्वाचन आयोग के समक्ष रखी है। बागी होकर चुनाव लड़ने वालों और भीतरघात करने वालों के बारे में उन्होंने कहा कि हम सख्त कार्रवाई करेंगे।
सज्जन को याद आया 10 साल पहले का हश्र
इस दौरान पूर्व सांसद सज्जनसिंह वर्मा ने कहा कि सागर की हालत देखकर बहुत अफसोस होता है। जनता को चाहिए कि हमारे प्रत्याशी को जिताए, क्योंकि वह जमीनी कार्यकर्ता है। उन्होंने कहा कि जो नेता सड़क, बिजली और पानी को मुद्दा नहीं मानता। जनता उसका हश्र 10 साल पहले देख चुकी है। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी जगदीश यादव, पूर्व विधायक जिलाध्यक्ष हीरासिंह, शहर अध्यक्ष रेखा चौधरी सहित कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद थे।