रायसेन। शनिवार को जिला मुख्यालय पर विश्व हिन्दु परिषद एवं बजरंग दल द्वारा शहर में दाऊदी बोहरा समाज के कब्रिस्तान में जारी अवैध निर्माण एवं गत दिवस जिले के सुल्तानपुर में गोहत्या के विरोध में मुख्यालय बंद का आव्हान किया गया।
दोनों संगठनों द्वारा किया बंद के ऐलान में मिला जुला-असर देखने को मिला। शहर की सड़कों पर सुबह 11 बजे तक सन्नाटा पसरा और व्यापारियों ने बंद में सहयोग करते हुए अपने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। दोपहर 12 बजे के बाद धीरे-धीरे बाजार में दुकानें खुलने का क्रम शुरू हो गया लेकिन लोगों को बंद होने की सूचना के चलते मुख्यलाय के बाजार में एक्का दुक्का ही दुकानों पर खरीददार नजर आए और शहर में दिनभर बाजार में सन्नाटा पसरा रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यालय के सागर मार्ग पर सैंट्रल बैंक के समीप बोहरा समाज के कब्रिस्तान में बिना नपा के अनुमति से अवैध रूप से दुकानों के निर्माण के संबंध में कई बार विहिप एवं बजरंग दल के पदाधिकारियों प्रशासन को ज्ञापन देकर अवैध निर्माण को बंद कराने की मांग कर चुके लेकिन अवैध निर्माण बदस्तूर जारी होने से दोनों संगठनों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हो गया और अवैध निर्माण एवं गौ हत्या के विरोध में दोनों संगठनों शांति पूर्ण ढंग से बाजार बंद कर विरोध प्रकट किया।
सुल्तानपुर में धरना दे रहेेे 22 कार्यकर्ता गिरफ्तार , पुलिस ने किया इनाम घोषित
सुल्तानपुर। वीते दिनों चितौड़ा गॉव में मुत्य गायों के अवशेष मिलने के बाद से फेले हिन्दू संगठनों में तनाव के बाद बंजगरी और पुलिस आमने सामने आ गये। इसी के चलते शनिवार को बस स्टेड पर धरना दे रहे। हिन्दू संगठनों के 22 कार्यकताओं केा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गौ हत्या के विरूद्ध में पुलिस को दिया समय वित जाने के बाद शनिवार को हिन्दू संगठनों ने नगर बन्द का आयोजन किया जिसे सभी समूदायों ने समर्थन दिया। लेकिन पुलिस ने धरना दे रहें, कार्यकताओ को समझानें का काफी प्रयास किया लेकिन पुलिस और कार्यकताओं में वात नही वनी नतिजा पुलिस ने दोपहर 2:00 वजे धरना स्थल से कार्यकाताओं को विना अनुमति धरना देने एवं शान्ति भंग करने के संबंध में बल पूर्वक उठाकर गिरफ्तार कर लिया।
क्या हैं मामला
बीते बुधवार को थाना क्षेत्र के चितौड़ा गॉव में गौ वंश के अवशेष मिलने के वाद हिन्दू संगठनो में तनाव फैल गया संगठनो ने स्थानिय पुलिस पर संलिप्ता का आरोप लगाते हुए प्रशासन से थाना प्रभारी को हटाने एवं आरोपीयो को 24 घंटें के भीतर गिरफ्तार, करने कि मॉग कि समय सीमा निकलने के बाद उक्त कार्यकर्ता घरने पर बैठ गए जिन्हे पुलिस ने अचार संहिता का हवाला देकर उठाना चहा लेकिन जब शान्ति से बात नही बनी तो पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
इनका कहना है
कार्यकर्ता बिना अनुमति के धरना दे रहे थे। उनकी कुछ मांगे मौके पर मानी भी जा रही थी। लेकिन वह नही माने इस लिए 22 लोगों को गिरफ्तार , किया गया मामले कि जॉच कि जा रही हैं।
राजीव सक्सेना
एसडीओपी