भोपाल। कांग्रेस ने आज अपनी डेली ब्रिफिंग में पवैया को निशाना बनाया। आरोप लगाया गया है कि पवैया पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चल रहा है फिर उसे प्रत्याशी क्यों बनाया। कांग्रेस की ओर से जारी प्रेस बयान में कहा गया है कि:-
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव-2014 में म.प्र. के गुना संसदीय क्षेत्र से अपने पूर्व सांसद श्री जयभानसिंह पवैया (ग्वालियर) को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। श्री पवैया ने जिला निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत अपने नामांकन पत्र के साथ जो शपथ पत्र दिनांक 24 मार्च 2014 प्रस्तुत किया है, उसमें आपराधिक प्रकरण के रूप में उन्होंने अयोध्या प्रकरण दिनांक 10/10/1993-उत्तर प्रदेश-धारा 120 बी, 147, 149, 395, 332, 338, 201, 153 ए, 153 बी, 293, 295 ए, 505 आईपीसी विचाराधीन होने का उल्लेख भी है।
अयोध्या में बाबरी ढ़ांचे को गिराने का मामला राष्ट्रद्रोह का मामला है। इस संबंध में उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी को भली प्रकार मालूम था कि श्री जयभानसिंह पवैया राष्ट्रद्रोह के आरोपी हैं और वे भी भाजपा नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती की तरह ही बाबरी ढ़ांचा प्रकरण में एक प्रमुख आरोपी हैं, फिर भी पार्टी ने श्री पवैया को गुना संसदीय क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी बनाया है।
भाजपा के इस निर्णय से उसका छिपा हुआ साम्प्रदायिक एजेण्डा खुलकर सामने आ गया है। पार्टी ने गुना संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं पर जानबूझकर राष्ट्रद्रोह के आरोपी नेता को थोपा है। यह तथ्य भी अब खुल कर सामने आ चुका है कि श्री जयभानसिंह पवैया घोर साम्प्रदायिक व्यक्ति हैं। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को गुना संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं के सामने खुलासा करना चाहिए कि उसने श्री जयभानसिंह पवैया को वहां से अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाकर मतदाताओं के साथ यह धोखा क्यों किया है ?