ग्वालियर संभाग के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रमुख सचिव ने फटकारा

भोपाल। मुरैना, भिंड, ग्वालियर में लिंग परीक्षण के रैकेट चल रहे हैं। वहां नर्सों के खुद के नर्सिंग होम्स हैं, वे सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को वहां ले जा रही हैं। ये बात दुनिया जानती है और आप कह रहें हैं कि कानूनी प्रक्रिया जारी है। इन्हें तुरंत बर्खास्त करें और इनका लायसेंस भी रद्द करें। ऐसा नहीं हुआ तो आपके खिलाफ कार्रवाई होगी।

यह सख्त तेवर रविवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रवीर कृष्ण के थे। ग्वालियर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिलों के सीएमएचओ द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों को देख प्रमुख इतने खफ हुए कि सबको फटकार लगाई। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा की समीक्षा की बैठक बुलाई थी। बैठक में कृष्ण के अलावा स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. पंकज अग्रवाल, एनआरएचएम संचालक एम गीता, मिशन संचालक डॉ.जेएल मिश्रा भी मौजूद थे।

भोपाल जिला रहा अव्वल, उत्कृष्टता के लिए दिए सम्मान
प्रदेश भर में 16 मानकों पर खरा उतरने के लिए 5 जिलों को सम्मानित किया गया। इसमें भोपाल जिला अव्वल रहा जिसके लिए स्वास्थ्य प्रमुख सचिव ने सीएमएचओ डॉ.पंकज शुक्ला को मोमेंटो व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। अन्य जिलों में इंदौर, होशंगाबाद, शहडोल,उमरिया शामिल रहे। इस अवसर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए भोपाल,जबलपुर, इंदौर संभाग को भी सम्मानित किया गया। बेबी फ्रेंडली अस्पताल के लिए तीन जिलों श्योपुर,बड़वानी और सिंगरौली को छोड़ शेष सभी जिलों को प्रमाण पत्र दिए गए। राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सम्मानित हो चुकीं शिवपुरी की एएनएम कार्यकर्ता राजेश्वरी,खरगौन जिले की आशा कार्यकर्ता सुनीता जौरा और सीधी जिले की डॉ.सुनीता तिवारी को भी सम्मानित किया गया।

उपकरणों की उपलब्धता की रखें सही जानकारी
स्वास्थ्य आयुक्त डॉ.पंकज अग्रवाल ने संचालनालय व एनआरएचएम द्वारा दिए जा रहे पृथक रुप से 10 लाख की उपकरणों की खरीदी के अधिकार के सही उपयोग करने की बात कही। डॉ.अग्रवाल ने सीएमएचओ द्वारा खरीदे जा रहे उपकरणों की सही वजह नहीं होने पर अपराध की श्रेणी में आने की बात कही। उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया कि यह उपकरण करदाताओं के रुपयों से खरीदे जाते हैं। सीएमएचओ को जानकारी नहीं होने पर सप्लायर व स्टोर कीपर धांधली कर खरीदी करेंगे, जो कि एक अपराध है।

कैसे भी लाल को करो हरा अन्यथा रहो तैयार
प्रमुख सचिव कृष्ण ने कहा कि सभी स्वास्थ्य सेवाओं की इस वर्ष पूरी तरह से ई-मॉनीटरिंग करने के लिए प्रत्येक सीएमएचओ कार्यालय में आईटी रुम हर हाल में बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी 22 प्रोटोकॉल्स के क्रियान्वयन की सुनिश्चितता के लिए तैयार 12 सॉफ्टवेयर के जरिए ई-हेल्थ मॉनीटरिंग शीघ्र शुरू की जाए। इससे जुड़ा शिशु व मातृ मृत्यु दर का डेश बोर्ड लगाया जाए, जिसमें लाल और हरे रंग होंगे। यदि दोनों की मृत्यु दर में कमी नहीं आती है तो डेश बोर्ड हरा नहीं होगा और आप पर कार्रवाई की जाएगी।

झोलाछाप डाक्टरों पर कोई रहम नहीं
श्री कृष्ण ने कहा कि पीसीएंडपीडीटी एक्ट से जुड़ा अभियान है हमारी बिटिया अभियान जिसमें अवैध गर्भपात करवाने के धंधे से जुड़े लोगों पर लगाम कसना जरूरी है। कई जिलों में एसी गाड़ियां, डीलक्स, सेमी डीलक्स रूम सुविधा के साथ यह धंधा हो रहा है। सीएमएचओ हर हμते कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इसके साथ सेक्स रोग के नाम पर व अन्य प्रकार से लोगों की जान खतरे में डालने वाले झोलाछाप पर कार्रवाई के लिए सर्कुलर जारी किया जा चुका है। हर जिले को हर हμते एक उत्कृष्ट कार्य फोटो सहित साझा करना आवश्यक है।

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