भोपाल। कांग्रेस ने भले ही दलित और आरक्षित वर्ग के वोट जुटाने के लिए यह बयान दिया हो परंतु इसने सवर्ण समुदाय को थोकबंद मोदी के पक्ष में भेजने का काम कर दिया है। महाराष्ट्र के पूर्व सांसद श्री हरिभाऊ राठौर ने खंडवा की सभा में आषंका व्यक्त की है कि यदि देश में नरेन्द्र मोदी सत्ता पर काबिज होते हैं तो अनुसूचित वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यकों का आरक्षण बंद हो जावेगा।
उन्होंने कहा कि 15 वर्ष पूर्व जब पहली बार मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होनें विमुक्त एवं घुमक्कड़ जातियों का आरक्षण खत्म कर दिया था। अब वे इसकी पुनरावृत्ति पूरे देश में करते हैं तो यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। श्री राठौर के अनुसार जब देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी तब भाजपा ने देश का संविधान ही बदलने की कोशिश की थी। वे संविधान के निर्माता डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर का नाम संविधान से हटाना चाहते थे और अनुसूचित एवं पिछडे वर्ग के लोगों के कल्याण की योजनाएॅ बंद करना चाहते थे। अब यदि वे सरकार में आते हैं तो ऐसा ही प्रयास पुनः कर सकते हैं।
पूर्व सांसद ने बताया कि कांग्रेस गरीबों, पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों की पार्टी है जबकि भाजपा पूॅजीपतियों एवं उद्योगपतियों की पार्टी है। देश में 85 प्रतिशत हिन्दु हैं यह समझकर भाजपा अपनी राजनीति कर रही है लेकिन वे पिछड़े वर्गों को भूल जाते हैं जबकि उक्त प्रतिशत पिछड़ों एवं अल्पसंख्यक समाज का है। इसलिए कांग्रेस बार बार सत्ता में आती है ।