भोपाल। लंबे समय से फरार चल रहे निलंबित डीआईजी आरके शिवहरे ने आखिरकार सोमवार को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के आगे सरेंडर कर दिया। एसटीएफ ने उन पर तीन हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
शिवहरे पर प्रीपीजी-2012 और सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2012 में पास कराने के लिए लेन-देन का आरोप है। आरोपी पर पैसे देकर अपनी बेटी और दामाद को प्रीपीजी-2012 की मेरिट लिस्ट में शामिल करवाने का भी आरोप है।
सम्पत्ति कुर्क हो सकती थी...
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक यदि आरोपी सरेंडर नहीं करता, तो अदालत के निर्देश पर संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी की जा सकती थी।