भोपाल। एफसीआई (फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया) के जनरल मैनेजर आशीष अग्रवाल को सीबीआई भोपाल की टीम ने शनिवार की सुबह एक ठेकेदार से पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई की टीम ने सुबह करीब साढ़े आठ बजे जनरल मैनेजर को रिवेरा टाउन स्थित उनके घर पर पकड़ा। सीबीआई टीम ने उनके घर और एमपी नगर-टू स्थित एफसीआई के दफ्तर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
सीबीआई के मुताबिक दिल्ली की फर्म आरबी ट्रेडर्स के संचालक पवन जिंदल की शिकायत पर एफसीआई भोपाल के जनरल मैनेजर आशीष अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आशीष अग्रवाल आईटीएस (इंडियन टेलिकम्युनिकेशन सर्विसेज) 1992 बेच के अफसर हैं। वे बीएसएनएल से एफसीआई में प्रतिनियुक्ति पर हैं।
उनका कहना था कि जीएम आशीष अग्रवाल एफसीआई गोदाम से ट्रेन तक गेहूं के करीब सवा पांच लाख बोरे लोडिंग के 85 लाख रुपए के बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं। यह बिल करीब छह माह से लंबित करके रखा है। बिल पास करने के लिए अग्रवाल द्वारा दस लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। टेंडर नियम के अनुसार गोदाम से ट्रेन तक गेंहूं लोडिंग कराना एफसीआई का काम होता है।
लेकिन लोडिंग का काम ठेकेदार को करना होता जिसके बिल एफसीआई में प्रस्तुत करने पर उसका भुगतान किया जाता है। ऐसे ही बिल का भुगतान अग्रवाल द्वारा नहीं किया जा रहा था। अग्रवाल के खिलाफ अनियमितताओं की और भी शिकायत सीबीआई को मिली थी।
रिश्वत की राशि दो किश्तों में देना तय हुआ था। आशीष अग्रवाल ने पवन जिंदल को शनिवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे रिश्वत के पांच लाख रुपए लेकर घर बुलाया था। सीबीआई ने योजनाबद्ध तरीके से पांच लाख रुपए देकर पवन जिंदल को उनके घर भेजा। घर के अंदर जब जिंदल ने पांच लाख रुपए दिए तभी सीबीआई टीम ने उन्हें रंगे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को रविवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
घर और दफ्तर की सर्चिंग
सीबीआई टीम ने रिवेरा टाउन उनके घर और प्रगति पेट्रोल पंप के पीछे एमपी नगर जोन-टू स्थित ऑफिस की तलाशी ली। टीम को घर से महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। जबकि ऑफिस से सीबीआई ने पेंडिंग बिल से संबंधित रिकार्ड जब्त किया है।