भोपाल। कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। प्रत्याशियों ने तैयारियां भी शुरू कर दीं हैं जबकि भाजपा अपने पहलवानों की लिस्ट बनाने में ही जुटी हुई है। लोकसभा में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा की टीम में कौन कौन से चेहरे होंगे इस पर सबकी नजर है और उठापटक भी।
हिन्दी अखबार दैनिक जागरण के प्रख्यात पत्रकार श्री धनंजय प्रताप सिंह का मानना है कि कांग्रेस के खिलाफ भाजपा कुछ इन पहलवानों के नामों पर विचार कर रही है। पढ़िए धनंजय प्रताप सिंह की यह रिसर्च रिपोर्ट:—
कांग्रेस द्वारा प्रदेश की 21 लोकसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी घोषित करने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने भी प्रत्याशी चयन की कवायद में तेजी कर दी है। कांग्रेस के मुकाबले मजबूत प्रत्याशी देने के लिए भाजपा ने अपनी पुरानी कवायद में भी बदलाव किया है। ताजे हालात में पार्टी तीन मंत्रियों [गोपाल भार्गव, राजेन्द्र शुक्ल और अंतर सिंह आर्य] को चुनाव मैदान में उतारने का मन बना रही है।
ग्वालियर-कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह के मुकाबले में भाजपा ने नरेन्द्र सिंह तोमर और विवेक शेजवलकर का पैनल बनाया है। अंतिम दौर में पार्टी यशोधराराजे सिंधिया के नाम पर भी विचार कर सकती है। पिछले चुनाव में यहां से यशोधरा सांसद चुनी गई थी ।
गुना-केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुकाबले में पूर्व पुलिस अफसर हरी सिंह यादव और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा का दावा है।
सागर-कांग्रेस ने यहां से पूर्व विधायक गोविंद सिंह राजपूत को मैदान में उतारा है। राजपूत से मुकाबले के लिए भाजपा शिवराज काबीना के कद्दावर मंत्री गोपाल भार्गव को तैयार करने में जुट गई है। हालांकि, भार्गव अपने पुत्र अभिषेक भार्गव के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। वे कई दफे मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और संगठन महामंत्री से चर्चा कर चुके हैं।
टीकमगढ़-कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश्वर वर्मा की टक्कर मौजूदा सांसद वीरेन्द्र कुमार से ही होने की संभावना है। बुंदेलखण्ड की ये सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
दमोह-लोधि बाहुल्य इस सीट पर भाजपा महेन्द्र प्रताप के मुकाबले में पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल पर दांव लगा सकती है। पटेल के नाम पर संगठन में चर्चा भी हो चुकी है।
खजुराहो-पूर्व मंत्री राजा पटैरिया के मुकाबले में भाजपा ने चार लोगों का पैनल तैयार किया है। इसमें मौजूदा सांसद जितेन्द्र सिंह बुंदेला के साथ जयप्रकाश चतुर्वेदी, ओम शर्मा और उमेश शुक्ला के नाम शामिल हैं।
रीवा-कांग्रेस ने गुढ विधायक सुंदरलाल तिवारी को टिकट दिया है। भाजपा तिवारी को मात देने के लिए ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को चुनाव मैदान में उतार सकती है। पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में ये कवायद की थी लेकिन परवान नहीं चढ़ सकी।शुक्ल की ओर से जनार्दन मिश्रा का नाम आगे बढ़ाया जा रहा है।
सीधी-विन्ध्य की इस महत्वपूर्ण सीट पर इंद्रजीत पटेल को शिकस्त देने के लिए पार्टी गोविंद मिश्र और केके सिंह के नाम पर विचार कर रही है। मिश्र मौजूदा सांसद हैं ।
शहडोल-कोयलांचल की इस सीट पर राजेश नंदिनी सिंह के खिलाफ नरेन्द्र मरावी या फिर कैबिनेट मंत्री ज्ञान सिंह को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट से नरेंद्र एक चुनाव हार चुके हैं।
जबलपुर-महाकोशल की इस सीट पर वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तनखा का मुकाबला मौजूदा सांसद राकेश सिंह से ही होने की संभावना है।इस सीट को भाजपा का ग़़ढ माना जाता है। पर इस बार दिलचस्प मुकाबला होने के आसार हैं।
बालाघाट-पूर्व परिवहन मंत्री स्व. लिखीराम कांवरे की बेटी और मौजूदा विधायक हिना कांवरे को टक्कर देने के लिए भाजपा पूर्व विधायक बोध सिंह भगत को प्रत्याशी बना सकती है। कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन यहां से अपनी पत्नी रेखा बिसेन को टिकट दिलाना चाहते हैं पार्टी चाहती है कि बिसेन खुद चुनाव ल़़ड लें ।
छिंदवाड़ा-कांग्रेस ने अपनी इस परंपरागत सीट से फिर कमलनाथ को मौका दिया है। भाजपा कमलनाथ के मुकाबले में एक बार फिर मौजूदा विधायक चौधरी चन्द्रभान सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी में हैं। हालांकि, सिंह इसके लिए तैयार होने में आनाकानी कर रहे हैं। सीट पर आदिवासी वोटों के धु्रवीकरण से मुकाबला दिलचस्प होने के आसार हैं।
भोपाल-पीसी शर्मा को घेरने के लिए भाजपा ने नरेन्द्र सिंह तोमर या अनिल माधव दवे का पैनल बना रखा है।
देवास-सज्जन सिंह वर्मा को पटकनी देने के लिए थांवरचंद गेहलोत या फूलचंद्र वर्मा के नाम पर भाजपा विचार कर रही है।
उज्जैन-प्रेमचंद गुड्डू को शिकस्त देने के लिए पूर्व मंत्री जगदीश देव़़डा को टिकट दिए जाने पर मंथन चल रहा है।
मंदसौर-मीनाक्षी नटराजन के खिलाफ भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर या रघुनंदन शर्मा के पैनल से एक को फायनल किए जाने की संभावनाएं हैं।
रतलाम-आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट से कांतिलाल भूरिया के खिलाफ भाजा में तीन नामों का पैनल तैयार किया गया है। इसमें निर्मला भूरिया, रेलम चौहान और दिलीप सिंह भूरिया के नाम पर विचार चल रहा है।
खरगौन-रमेश पटेल के खिलाफ भाजपा कैबिनेट मंत्री अंतर सिंह आर्य को चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है।
खंडवा-कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अरण यादव का मुकाबला भाजपा के नंदकुमार सिंहह चौहान से होने करीब-करीब तय है। पिछले चुनाव में चौहान यादव से हार गए थे।
बैतूल-कांग्रेस ने युवा कांग्रेस पदाधिकारी राहुल चौहान के मुकाबले में भाजपा महिला प्रत्याशी दीदी उइके या कैबिनेट मंत्री विजय शाह के भाई अजय शाह को टिकट देने पर मंथन कर रही है। फिलहाल यहां से ज्योति धुर्वे सांसद हैं पर पार्टी उन्हें टिकट देना नहीं चाहती है।