ग्राम पंचायतों में धूल खा रहे हैं करोड़ों के कम्प्यूटर

रहली। पंचायत विभाग द्वारा प्रदेश की पंचायतों के लिये करोडों रुपये के कम्प्यूटर तो खरीद कर दे दिये गये लेकिन इंटरनेट नही होने से पंचायतों को दिये गये कम्प्यूटर धूल खा रहे हैं और रोजगार सहायक जनपदों में आकर मनरेगा  की फीडिंग करने पर मजबूर है।

पिछले वर्ष पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों को कम्प्यूटर देने की घोषणा की थी ताकि सभी ग्राम पंचायतें मनरेगा अंर्तगत होने वाली फीडिंग पंचायत भवन से ही कर सके और राजधानी से पंचायतों का सीधा संपर्क बना रहेगा।

इस साल जनवरी में रहली जनपद में पंचायत मंत्री द्वारा विधिवत इस योजना का शुभारंभ किया था जिसमें प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत को लगभग 1.25 लाख रुपये के लागत की मान से कम्प्यूटर सहित प्रिंटिग मशीन स्केनर 42 इंच की एलइडी मानीटर इत्यादि दिये गये थे। विभाग द्वारा बाकायदा इन कम्प्यूटर पर काम करने के लिये पंचायत विभाग द्वारा कम्प्यूटर प्रशिक्षित गांव के ही युवाओं की रोजगार सहायक के रुप में पहले ही भर्ती की जा चुकी थी लेकिन इंटरनेट की पहुच पंचायतों तक नही होने से कम्प्यूटर धूल खा रहे है। और ग्राम पंचायतों में नियुक्त हुये रोजगार सहायक जनपद केंद्रो पर आकर ग्राम पंचायत में हुये कार्यों की फीडिंग करने पर मजबूर है।

योजना के शुभारंभ के पूर्व पंचायत विभाग द्वारा गांवों में इंटरनेट पहुचाने का वायदा भी किया गया था लेकिन विभाग द्वारा बिना इंटरनेट के कम्प्यूटर खरीद करना  विभाग के कार्यों पर सवालिया निषान लगा देता है। विभाग द्वारा अभी तक इंटरनेट की सुविधा गांवों में पहुचाने कोई योजना तैयार नही की है।

ग्राम पंचायत ईमलिया सचिव भरत सिंह ठाकुर का कहना है कि इंटरनेट के आभाव में फीडिंग का कार्य नही हो पा रहा हे साथ ही विभाग द्वारा नेट सेटर इत्यादि के लिये कोई् आदेश भी नही दिया है रोजगार सहायक फिलहाल जनपद में ही फीडिंग का रहे है।

बीएसएनएल विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के कुछ गांवों में ही ब्राडबेंड की पहुच है रहली जनपद अंर्तगत भी 92 पंचायतों में केवल चार पंचायतों पटना बुजुर्ग, चांदपुर, बलेह और अनंतपुरा में सुविधा उपलब्ध है।

मध्यप्रदेश की पहली ई पंचायत का कम्प्यूटर गायब

तीन बर्ष पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव ने रहली की पटनाबुजुर्ग ग्राम पंचायत को प्रदेश की पहली ई पंचायत घोषित किया था। बाकायदा पंचायत में कम्यूटर इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराया गया था जिस पर पहली बार मुख्यमंत्री द्वारा बीडीओ कांफ्रेस भी की थी। लेकिन चंद दिनों के बाद ही पंचायत से कम्प्यूटर गायब हो गया वहां पर कम्प्यूटर रखने की टेबिल भी नही है। कम्प्यूटर कक्ष में ताला पडा रहता है। इस संबंध में पंचायत की सरपंच श्रीमति केशर बाई का कहना है कि कप्यूटर और अन्य सामान रहली जनपद वाले ले गये थे। वही इस संबंध में जनपद सीईओ संजीत श्रीवास्तव का कहना है कि पंचायत विभाग द्वारा पंचायतों को इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने अभी तक कोई निर्देष प्राप्त नही हुये हैं पटना बुजुर्ग पंचायत के कम्प्यूटर के संबंध में कोई जानकारी नही है लेकिन पटना बुजुर्ग के लिये नया कम्प्यूटर जल्द ही उपलब्ध करया जा रहा है। इस संबंध में विभाग को पत्र भी लिखा जा चुका है।

विदित हो कि पटना बुजुर्ग पंचायत को पहले ही कम्प्यूटर आदि शासन द्वारा दिया जा चुका था साथ ही इस पंचायत मे रोजगार सहायक की नियुक्ती भी नही हुई थी इसलिये जनवरी में जब सभी पंचायतों को कम्प्यूटर दिये गये थे पटना बुजुर्ग को नही दिया गया था। रहली जनपद अंर्तगत कुल 91 पंचायतें हे जिनमें पटना बुजुर्ग को छोडकर 90 पंचायतों को सामान का वितरण किया गया था।

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