भोपाल। मप्र में शिवराज सरकार की हैट्रिक का जितना श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता को दिया जा रहा है, उतने की ही भागीदार प्रदेश की नौकरशाही भी कही जा रही है। मुख्यमंत्री को लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचाने वाली योजनाएं बनाने से लेकर इन्हें क्रियान्वित करने के वाले प्रदेश के नौकरशाहों की पीठ भी खुद मुख्यमंत्री थपथपा चुके हैं।
इस बीच उल्लेखनीय तथ्य यह है कि प्रदेश में आईएएस अफसरों का जबर्दस्त टोटा है। दस- बीस नहीं 98 आईएएस अफसरों की कमी मप्र में है। मप्र कैडर में वर्तमान में 417 पद हैं। इनमें से 302 पद भरे हुए हैं। 115 पद अब भी खाली हैं। हालांकि इनमें वे 17 आईएएस अधिकारी शामिल हैं जो हाल ही राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत किए गए हैं। यदि इन्हें भी शामिल कर लिया तो कैडर में अब भी 98 अफसरों की कमी है। मप्र कॉडर के 302 आईएएस अफसरों में से भी तीन अधिकारी, अरविंद जोशी, टीनू जोशी और शशि कर्णावत सस्पेंड हैं। शेष बचे अफसरों में से करीब 40 अफसर केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं। इस तरह प्रदेश में केवल 259 आईएएस अफसर काम कर रहे हैं। जो अफसर प्रदेश में काम कर रहे हैं उनमें से 56 अफसर सबसे जूनियर हैं। ये अफसर 2009 से लेकर 2012 बैच के हैं।
उप्र के बाद मप्र दूसरे नंबर पर
देश भर में आईएएस अफसरों की कमी वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश के बाद मप्र का दूसरा नंबर है। उत्तर प्रदेश में 216 आईएएस अफसरों के पद रिक्त हैं। प्रदेश में स्वीकृत अपदों में से 98 पद रिक्त हैं।
सुपर सीनियर केंद्र में
मप्र में प्रशासन की कमान कैडर में बीच के अफसरों के हाथों में है। कैडर के अधिकांश सीनियर अफसर लंबे समय से केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं और कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों के प्रशासनिक मुखिया हैं। कैडर के सबसे सीनियर अधिकारी 1976 बैच के सुमित बोस केंद्रीय वित्त मंत्रालय के सचिव हैं। 1977 बैच के ओपी रावत, विश्वपति त्रिवेदी, पदमवीर सिंह, 1979 बैच के राजन एस. कटोच, विमल जुल्का, स्नेहलता कुमार भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इनके अलावा कई बैचों के अधिकारी भी प्रतिनियुक्ति पर गए हैं।
इस साल रिटायर होंगे 21 आईएएस
इस मप्र कॉडर के 21 आईएएस अधिकारी रिटायर होंगे। विश्वपति त्रिवेदी, आभा अस्थाना, ओपी रावत रिटायर हो चुके हैं। जनवरी में जेटी एक्का, केपी सिंह रिटायर हुए। पदमवीर सिंह फरवरी में, सुमित बोस मार्च में, अमिता शर्मा अगस्त में, दिलीप सामंतरे सितंबर में, निलंबित अधिकारी अरविंद जोशी नवंबर में, टीनू जोशी अगस्त में रिटायर होंगे। मप्र में ही पदस्थ अधिकारियों में पीके दाश अपै्रल में, एसके वैद्य जुलाई में, व्हीएस निरंजन दिसंबर में, प्रदीप खरे जुलाई में, अरूण भट्ट सितंबर में, अशोक कुमार शिवहरे अगस्त में, राजकुमारी खन्ना सितंबर में, महेंद्र ज्ञानी मई में, जीपी कबीर पंथी मार्च में और योगेंद्र शर्मा सितंबर में रिटायर होंगे।
प्रमोटियों के भरोसे राज्य सरकार
प्रदेश में विभागों की प्रशासनिक कमान तो सीधी भर्ती के आईएएस अधिकारियों के हाथों में संभागों और जिलों का प्रशासन प्रमोटी आईएएस अफसर संभाल रहे हैं। प्रदेश के दस संभागों में केवल दो संभागों इंदौर और जबलपुर में ही सीधी भती के आईएएस कमिश्नर हैं। इंदौर में संजय दुबे और जबलपुर में अभिलाष खांडेकर कमिश्नर हैं। बाकी के आठ संभागों में प्रमोटी अफसर कमिश्नर हैं। इसी तरह 51 में से 28 जिलों के कलेक्टर राज्य प्रशासनिक सेवा के प्रमोटी अफसर हैं। मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर सहित सागर, धार, झाबुआ, रतलाम, रीवा, विदिशा आदि जिलोंकी कमान तक प्रमोटी आईएएस अधिकारी के हाथों में है।