भोपाल। रतनगढ़ हादसे के मामले में शासन ने मंत्री परिषद समिति का गठन किया है जो न्यायिक जांच आयोग से प्राप्त प्रतिवेदन पर विचार कर अपनी अनुशंसाएं शासन को भेजेगी। इस समिति में मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी शामिल किया गया है, जबकि हादसे के मामले में एक आरोपी खुद मंत्री महोदय भी हैं।
राज्य शासन ने दतिया जिले में एक अक्टूबर 2006 को रतनगढ़ माता मंदिर में हुई घटना की जाँच के संबंध में न्यायिक जाँच आयोग से प्राप्त प्रतिवेदन पर विचार कर अपनी अनुशंसाएँ मंत्रि-परिषद के निर्णय के लिये प्रस्तुत करने के लिये मंत्रि-परिषद समिति का गठन किया है। समिति में गृह मंत्री श्री बाबूलाल गौर, वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया को शामिल किया गया है। इस समिति के संयोजक प्रमुख सचिव गृह होंगे।
सनद रहे कि रतनगढ़ हादसे के दौरान एक आरोप यह भी लगाया गया था कि मंत्री नरोत्तम मिश्रा जब दर्शन हेतु पहुंचे तो उन्हें रास्ता बनाने के लिए पुलिसवालों ने लाठीचार्ज किया और इसी के बाद भगदड़ मची, अफवाहें फैलीं और यह हादसा हुआ।