भोपाल। मुख्यमंत्री के मण्डला आगमन पर राज्य अध्यापक संघ के जिले भर के अध्यापक पदाधिकारी इकठ्ठे हुये अध्यापकों के बैठने के लिये अलग दीर्घा बनाई गई थी।
मुख्यमंत्री के ज्ञापन लेने अध्यापकों के समक्ष आते ही अध्यापकों का गुस्सा फूट पड़ा जिला शाखा अध्यक्ष डी.के सिंगौर ने मुख्यमंत्री को बताया कि मण्डला जिले में अध्यापकों को 4-4 महीने वेतन नहीं मिलता है अध्यापकों का जीना दूभर हो गया है शून्य बजट पर वेतन की व्यवस्था की जाये।
इस पर मुख्यमंत्री ने तपाक से कहा कि आपका कहना जायज है मैं इसको प्राथमिकता से देखता हूॅं। राज्य अध्यापक संघ ने दो और ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को सौंपे जिसमें कहा गया है कि अध्यापकों को समान कार्य समान वेतन देने के आदेश में अनेेक विसंगतियां है जिसके चलते अध्यापकों के सेवाकाल की गणना 1998 के स्थान पर 2007 से की जा रही है और पदोन्नत अध्यापकों का वेतन गैर पदोन्नत अध्यापकों के वेतन से कम हो गया है।
ज्ञापन देने में संजीव दुबे,सुनील नामदेव,चन्द्रशेखर तिवारी, मनोज पटेल, मन्शाराम झारिया,उमेश यादव,विनोद गोयल,बसन्त हरदहा,जयदेव मार्को,भजन गवले,ओमप्रकाश, पूनम चंद बसंत,लक्ष्मण परस्ते, कमलेश भवेदी, ब्रजेश डोंगसरे, आदि उपस्थित थे।