भोपाल। ऐसे शिक्षक जो स्कूल नहीं जाते हैं, ऐसे शिक्षकों के नाम पोर्टल पर डाले जाएं, जिससे उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़े। तीन महीने के बाद यह वह नियमित स्कूल आना शुरू नहीं करते हैं तो कार्रवाई की जाए।
यह बात स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव एसआर मोहंती ने गुरुवार को कही। वे शिवाजी नगर स्थित सुभाष एक्सीलेंस हायर सेकंडरी स्कूल में राज्य स्तरीय शैक्षिक गुणवत्ता एवं वार्षिक अकादमिक कार्य योजना कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपना दायित्व अच्छे से निभाना होगा। इसके बाद ही सरकारी स्कूल व उनमें पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य बनेगा। ऐसा नहीं करने पर आने वाले समय में हम देश के अन्य पिछड़े राज्यों में शामिल हो जाएंगे।
फिलहाल हम 28वें नंबर पर हैं, यदि ऐसे ही हालात रहे तो क्या हश्र होगा, इसका अंदाजा आप ही लगा लें। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारियों के अलावा स्कूलों के संकुल प्राचार्य आदि मुख्य रूप से मौजूद थे। कार्यशाला को आयुक्त लोक शिक्षण एसके पॉल, सुनीता त्रिपाठी, राज्य शिक्षा केंद्र की आयुक्त रश्मि अरुण शमी, डीपीआई डायरेक्टर राजेश जैन व डॉ. अवध किशोर मिश्रा ने भी संबोधित किया। कर्मचारियों को संभागवार कक्ष उपलब्ध कराए गए थे, जिसमें सालभर की नए सत्र की गुणवत्ता एवं सुधार की रिपोर्ट तैयार की गई। यह कार्यशाला सुबह 11.30 से दोपहर 3.30 तक चली।