महेश पटेल/खंडवा। आज जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर कार्यालय में एक कॉलोनाइजर से पीड़ित व्यक्ति ने अपर कलेक्टर के सामने मिटटी का तेल डालकर आत्मदाह करने की धमकी दी इतना ही नहीं अपर कलेक्टर और पीड़ित के बीच काफी गहमा-गहमी भी हुई कलेक्टर कार्यालय पहुँचे दंपति ने प्रसाशन पर गम्भीर आरोप भी लगाए| पीड़ित का कहना है कि कॉलोनीनाइजर के मंत्री विजय शाह और उमा शंकर गुप्ता से अच्छे संबंध है जिसके चलते प्रसाशन उनकी बात नहीं सुनता|
एक हाथ में मिटटी के तेल की केन लेकर खड़ी महिला और उसका पति पिछले तीन सालों से एक कॉलोनाइजर के विरुद्ध शिकायत पर शिकायत कर रहे है पर इनकी शिकायतो पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा जिस से तंग आकर आज इस दंपति ने कलेक्टर कार्यालय में आत्मदाह करने की धमकी दे डाली जिसके बाद प्रसाशन हरकत में आया और शिकायत पर कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया लेकिन पीड़ित नमन अग्रवाल और उसकी पत्नि सोनाली का कहना है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह यही कलेक्टर कार्यालय में आत्मदाह कर लेगी और उसकी जावबदारी प्रसाशन की रहेगी |
आप को बता दे की यह पूरा मामला खंडवा मुंदी मार्ग पर बने हरिहर कुंज का हरिहरकुंज कॉलोनीनाइजर आनंद नागौरी की कॉलोनी है जिसके पड़ोस में ही नमन अग्रवाल का प्लाट है जिस पर आनंद नागौरी ने कब्ज़ा कर रास्ता बना दिया है।पीड़ित नमन ने लगभग तीन सौ बार शिकायते की संभाग आयुक्त से लेकर मुख्यमंत्री ऑनलाइन समाधान तक आवेदन दे दिए है , उसके बाद भी जिला प्रसाशन कोई कार्यवाही करता नहीं दिख रहा |नमन ने बताया कि संभाग आयुक्त ने तीन बार प्रसाशन को रिमाइंडर भी करवाया लेकिन राजनेतिक दबाव के चलते कॉलोनीनाइजर आनंद नागौरी पर प्रसाशन ने कोई कार्यवाही नहीं की जिसके चलते उसे यह कदम उठाना पड़ा ।
पीड़ित नमन अग्रवाल की पत्नी सोनाली अग्रवाल ने जिला प्रसाशन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब कोई शिकायत का जवाब जिला प्रसाशन से माँगा जाता है तो वह उनका जवाब नहीं देते । उन्होंने आरोप लगाया की उनके पति की बात सुनी नहीं जा रही इसलिए दोनों ही दंपत्ति मिटटी का तेल डालकर आत्मदाह कर लेंगे आज भी जब अपर कलेक्टर से शिकायत का जवाब माँगा तो वह रुके नहीं | जब पीड़ित नमन अग्रवाल की पत्नी ने आत्मदाह करने की धमकी दी तो नमन की बात सुनी गई |
वही अपर कलेक्टर एस. एस. बघेल ने नमन के सभी आरोपो को नकारते हुए कहा कि उनकी कार्यवाही निरंतर जारी है नमन की शिकायत पर आज भी सीमांकन पर एक टीम भेजी है उन्होंने कहा की अगर वह मिट्टी के तेल का केन नहीं भी लाती तो भी उनकी बात सुनी जाती |
ऊधर कॉलोनाइजर आनंद नागौरी ने बताया की उसके द्वारा कोई जमीन नहीं रोकी गई और ना ही मेरे द्वारा किसी को आत्महत्या के लिए उकसाया गया है हालाकि कोलोनाइजर का कहना है जो रास्ता है वह सरकारी दस्तावेज में आम रास्ता है और वही से उसकी कॉलोनी का एप्रोज रोड भी निकलता है | अब देखने वाली बात यह है की तीन थेलिया भरकर शिकायतो का पुलिंदा लेकर बैठे पीड़ित नमन अग्रवाल को इंसाफ मिलता है या नहीं |